प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बताया कि उन्होंने पिछले 10 सालों में एक भी प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं की और ऐसा फैसला क्यों लिया। एक बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मीडिया वो नहीं है, जो पहले हुआ करता था। प्रधानमंत्री से एक टीवी इंटरव्यू में जब पूछा गया कि जब वो गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब की तुलना में अब वो प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं करते और कम इंटरव्यू क्यों देते हैं? इस पर उन्होंने कहा, "मैं संसद के प्रति जवाबदेह हूं। आज पत्रकारों की पहचान उनकी अपनी प्राथमिकताओं से होती है। मीडिया अब एक गैर-पक्षपातपूर्ण इकाई नहीं है।"
आजतक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आगे कहा कि उन्होंने कभी भी इंटरव्यू देने से इनकार नहीं किया है। उन्होंने मीडिया के विस्तार के साथ-साथ आज कई चैनलों की मौजूदगी पर भी रोशनी डाली।
पहले मीडिया फेसलेस हुआ करता था: PM मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा, "पहले मीडिया फेसलेस हुआ करता था...मीडिया में कौन लिख रहा है, विचारधारा क्या है...किसी को इसकी परवाह नहीं होती थी। हालांकि, अब स्थिति पहले जैसी नहीं है।"
उन्होंने कहा कि उनका विश्वास कड़ी मेहनत करने और जरूरतमंद लोगों का समर्थन करने पर है। बातचीत के दौरान मोदी ने कहा, "मैं रिबन भी काट सकता हूं और विज्ञान भवन में अपनी फोटो भी खिंचवा सकता हूं। मैं ऐसा नहीं करता। मैं झारखंड के एक छोटे से जिले में जाता हूं और एक छोटी सी योजना पर काम करता हूं।"
लोग मीडिया के बिना भी अपनी आवाज उठा सकते हैं
वाराणसी से बीजेपी उम्मीदवार ने ये भी कहा कि पहले कम्युनिकेशन का केवल एक ही सोर्स हुआ करता था, लेकिन आज नए-नए मीडियम के आ जाने के साथ यह बदल गया है। प्रधान मंत्री ने कहा, आज, अगर आप जनता से बात करना चाहते हैं, तो संचार दो-तरफा होगा।
मोदी ने कहा कि आज लोग मीडिया के बिना भी अपनी आवाज उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को जवाब देना है, वो मीडिया के बिना भी अपने विचार अच्छे से व्यक्त कर सकता है।