विवादों का सामना कर रहे अदाणी ग्रुप (Adani Group) को एक अमेरिकी इनवेस्टमेंट कंपनी से बड़ा निवेश मिला है। ग्रुप ने गुरुवार 2 मार्च को शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बताया कि प्रमुख ग्लोबल इक्विटी इनवेस्टमेंट कंपनी, जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने उसकी ग्रुप की कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये (1.87 अरब डॉलर) का निवेश पूरा कर लिया है। ये निवेश अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (Adani Ports & SEZ), अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy), अदाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (Adani Transmission) और अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises) के शेयरों में किया गया है।
इस निवेश के साथ GQG अब भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट और ग्रोथ से जुड़ी एक अहम निवेशक बन गई है। जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड इस ट्रांजैक्शन की इकलौती ब्रोकर थी।
GQG Partners के चेयरमैन और चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर, राजीव जैन ने बताया, "मैं अदाणी कंपनियों में पोजिशन की शुरुआत करने के लिए उत्साहित हूं। अदाणी कंपनियां पूरे भारत और दुनिया भर में कुछ सबसे बड़ी और सबसे अहम इंफ्रास्ट्रक्चर एसेट्स की मालिक हैं और उन्हें चलाती हैं। गौतम अदाणी को मोटे तौर पर उनकी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ उद्यमियों में से एक माना जाता है।"
GQG, दुनिया की प्रुमख ग्लोबल और इमर्जिंग मार्केट निवेशक हैं। इसके पास बेहद लंबी अवधि के निवेश का शानदार ट्रैक रिकॉर्ड है। 31 जनवरी 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक, यह करीब 92 अरब डॉलर से अधिक के क्लाइंट एसेट्स को मैनेज करती है।
अदाणी ग्रुप के ग्रुप CFO जुगेशिंदर (रॉबी) सिंह ने कहा कि कंपनी GQG के साथ इस लैंडमार्क ट्रांजैक्शन को पूरा कर खुश है। हम सस्टेनेबल एनर्जी, लॉजिस्टिक्स और एनर्जी ट्रांजिशन के अपने इंफ्रास्ट्रक्चर और यूटिलिटी पोर्टफोलियो में रणनीतिक निवेशक के रूप में GQG की भूमिका को महत्व देते हैं।
बता दें कि GQG, ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार में सूचीबद्ध है और इसका अधिकतर हिस्सेदारी इसके कर्मचारियों के पास है। कंपनी का मुख्यालय फ्लोरिडा में है और न्यूयॉर्क, लंदन, सियाटल और सिडनी में इसके ऑफिस हैं।