Adani Group News: अदाणी ग्रीन एनर्जी ने 14 हजार करोड़ रुपये के खर्च की योजना तैयार की है। इसका लक्ष्य चालू वित्त वर्ष 2024 में 11 गीगावॉट की ऑपरेशनल कैपेसिटी का लक्ष्य हासिल करने की है। अभी सोलर, विंड और हाइब्रिड में मिलाकर इसकी ऑपरेटिंग क्षमता 8.4 गीगावॉट की है। कंपनी के सीईओ अमित सिंह ने यह जानकारी इनवेस्टर प्रेजेंटेशन में दी। इसके मुताबिक चालू वित्त वर्ष में इसकी क्षमता अभी 2.8-3 गीगावॉट बढ़ाने पर काम चल रहा है। इसमें जो कैपेसिटी बढ़ाई जाएगी, उसका एक बड़ा हिस्सा गुजरात के खावड़ा में होगा। यहां कंपनी ने 5 हजार से अधिक एंप्लॉयीज को काम पर लगाया हुआ है।
FY25 से हर साल 5 गीगावॉट क्षमता बढ़ाने की योजना
इस वित्त वर्ष में कंपनी की योजना अपनी ऑपरेटिंग क्षमता 3 गीगावॉट तक बढ़ाकर 11 गीगावॉट तक ले जाने की है। इसके अलावा अमित ने इनवेस्टर प्रेजेंटेशन में आगे के लक्ष्यों के बारे में भी जानकारी दी है। अदाणी ग्रीन के सीईओ के मुताबिक कंपनी की योजना वित्त वर्ष 2025 से हर साल रिन्यूएबल एनर्जी के पोर्टफोलियो में 5 गीगावॉट जोड़ने की है। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी को 45 गीगावॉट तक ले जाने का है। वहीं भारत ने 500 गीगावॉट का लक्ष्य बनाया हुआ है। अदाणी ग्रुप के जो भी प्रोजेक्ट्स आने वाले हैं, वे राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में होंगे।
गुजरात में बन रहा दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन क्लस्टर
अमित के मुताबिक देश में सबसे बड़ा रिन्यूएबल पोर्टफोलियो अदाणी ग्रीन का ही है और यह अपनी क्षमता को और बढ़ा रही है। कंपनी गुजरात में खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी क्लस्टर डेवलप करने पर काम कर रही है। अभी अदाणी ग्रीन की जितनी क्षमता है, उसका 97 फीसदी तो 25 साल की अवधि के लॉन्ग टर्म फिक्स्ड टैरिफ पावर पर्चेज एग्रीमेंट (PPAs) के चहत है और औसतन पोर्टफोलियो टैरिफ 3.02 रुपये प्रति यूनिट है। इसके ग्राहक सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (SECI), NTPC और कई राज्यों कि डिस्कॉम्स हैं।