Credit Cards

Adani Group की जांच पूरी, आज 14 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में SEBI दाखिल करेगी रिपोर्ट

बाजार नियामक सेबी (SEBI) आज सुप्रीम कोर्ट में अदाणी ग्रुप (Adani Group) के कंपनियों के जांच से जुड़ी रिपोर्ट पेश कर सकती है। सेबी यह जांच तीन साल से कर रही है लेकिन जिन मामलों की जांच सेबी कर रही थी, वह अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में भी शामिल था। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट इस साल जनवरी में आई थी जबकि सेबी की जांच अक्टूबर 2020 से चल रही थी

अपडेटेड Aug 14, 2023 पर 10:20 AM
Story continues below Advertisement
बाजार नियामक सेबी ने अदाणी के पोर्ट्स, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार में विदेशी निवेश की जांच अक्टूबर 2020 में शुरू की थी। यहां जांच का विषय ये था कि क्या अदाणी ग्रुप ने विदेशी कंपनियों का इस्तेमाल अपने कारोबार में किया।

बाजार नियामक सेबी (SEBI) आज सुप्रीम कोर्ट में अदाणी ग्रुप (Adani Group) के कंपनियों के जांच से जुड़ी रिपोर्ट पेश कर सकती है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ जानकार इसमें अदाणी ग्रुप के खिलाफ मामूली आपत्तियां हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट की गठित विशेषज्ञों के एक पैनल ने अपनी जांच में कुछ गलत नहीं पाया था। इस पैनल ने मई में अपनी रिपोर्ट पेश की थी और इसमें 13 विदेशी कंपनियों की जांच की गई थी जिन पर अदाणी ग्रुप की कंपनियों में पैसे लगाने का आरोप था। हालांकि पैनल ने आरोप लगाया था कि सेबी ने कुछ ऐसे नियम ढीले कर दिए जिससे पारदर्शिता कम हुई।

इसके अलावा पैनल ने आरोप लगाया कि कई कॉरपोरेट लॉ आपस में ऐसे घुल-मिल गए कि बड़े कारोबारियों को लूपहोल मिल गया और उन्हें फायदा उठाने का मौका मिला। वहीं दूसरी तरफ बाजार नियामक सेबी ने जांच पूरी कर रिपोर्ट दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय मांग लिया था।

Adani Ports ने डेलॉइट के इस्तीफे की वजह को गैरवाजिब बताया, MSKA & Associates को बनाया नया ऑडिटर


SEBI किस मामले की कर रही थी जांच

बाजार नियामक सेबी ने अदाणी के पोर्ट्स, पावर और इंफ्रास्ट्रक्चर कारोबार में विदेशी निवेश की जांच अक्टूबर 2020 में शुरू की थी। यहां जांच का विषय ये था कि क्या अदाणी ग्रुप ने विदेशी कंपनियों का इस्तेमाल अपने कारोबार में किया। आरोपों के मुताबिक ग्रुप ने इन विदेशी कंपनियों के जरिए अपने शेयरों का भाव बढ़ाया और इन कंपनियों के साथ अपने जुड़ाव का उचित खुलासा भी नहीं किया। हालांकि अदाणी ग्रुप ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है और कहा कि उसने सभी जरूर खुलासे किए हैं।

Hindenburg की रिपोर्ट में भी लगाए गए थे ये आरोप

अमेरिकी शॉर्ट सेलर ने इस साल जनवरी में भी ऐसे ही आरोप लगाए थे, जिसकी जांच सेबी करीब ढाई साल पहले से कर रही थी। सेबी ने अक्टूबर 2020 से जांच शुरू की थी और हिंडनबर्ग ने जनवरी 2023 में अपनी रिपोर्ट पेश की थी। हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद सेबी पर जांच तेज करने का दबाव बढ़ा। वहीं अदाणी ग्रुप की बात करें तो इसने आरोपों से इनकार किया लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर अदाणी ग्रुप के शेयर ढह गए थे। हालांकि फिर ग्रुप ने अपनी स्ट्रैटेजी बदली और आक्रामकता की बजाय पहले कर्ज पाटकर निवेशकों का भरोसा जीतने की स्ट्रैटजी अपनाई और यह कारगर दिख रही है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।