अदाणी पोर्ट्स को 45000 करोड़ रुपये की मुंद्रा पोर्ट विस्तार योजना के लिए पर्यावरण मंजूरी मिली : रिपोर्ट

भारत में APSEZ की विस्तार योजनाओं में मुंद्रा पोर्ट्स की भूमिका अहम है। वित्त वर्ष 2024 में, APSEZ ने भारत के कुल कार्गो का लगभग 27 फीसदी और कंटेनर कार्गो का 44 फीसदी हिस्सा हैंडल किया था

अपडेटेड Jun 17, 2024 पर 3:06 PM
Story continues below Advertisement
अदाणी समूह की योजना गुजरात के मुंद्रा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की भी है, जिसमें ग्रीन एनर्जी उत्पादन यूनिटों में इस्तेमाल होने वाली लगभग सभी चीजों का उत्पादन होगा

अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (APSEZ) ने 45,000 करोड़ रुपये के निवेश से मुंद्रा बंदरगाह की क्षमता को दोगुना से ज्यादा बढ़ाने के लिए पर्यावरणीय और तटीय रेग्युलेशन से संबंधित एक अहम मंजूरी हासिल कर ली है। यह खबर 17 जून को इकोनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट पर आधारित है। मुंद्रा पहले से ही भारत में किसी भी बंदरगाह द्वारा अब तक के सबसे ज्यादा वैल्यूम को हैंडल किया है। अदाणी समूह आगामी और चल रही परियोजनाओं के लिए बड़े निवेश पर काम कर रहा है।

APSEZ का दावा है कि वित्त वर्ष 2025 में अकेले मुंद्रा पोर्ट 200 MMT कार्गो वॉल्यूम के आंकड़े को पार करने के लिए तैयार है। अदाणी के भारत के वॉल्यूम में अभी भी मुंद्रा पोर्ट का दबदबा है। इसने वित्त वर्ष 2024 के अंत में कार्गो वॉल्यूम में 44 फीसदी का योगदान दिया। ये पिछले वित्त वर्ष की तुलना में थोड़ा ही कम है।

APSEZ ने मुंद्रापोर्ट की क्षमता बढ़ाने की अनुमति के लिए पर्यावरण मंत्रालय की एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी (EAC) के समक्ष आवेदन किया था। इकोनॉमिक टाइम्स ने समिति की बैठक के मिनट्स का हवाला देते हुए बताया, "EAC ने परियोजना के प्रस्तावक (APSEZ) द्वारा पेश दस्तावेजों की जांच करने और 15 मई 2024 को हुए विस्तृत विचार-विमर्श के बाद पर्यावरण और CRZ मंजूरी के लिए प्रस्ताव की सिफारिश की।" APSEZ ने इस बारे में ET के सवाल का अभी तक जवाब नहीं दिया है। मनीकंट्रोल स्वतंत्र रूप से इस खबर की पुष्टि नहीं करता है।


भारत में APSEZ की विस्तार योजनाओं में मुंद्रा पोर्ट्स की बड़ी भूमिका है। वित्त वर्ष 2024 में, APSEZ ने भारत के कुल कार्गो का लगभग 27 फीसदी और कंटेनर कार्गो का 44 फीसदी हिस्सा हैंडल किया था।

यहां वित्त वर्ष 2025 के लिए अदानी पोर्ट द्वारा जारी गाइडेंस के मुताबित इस अवधि में कंपनी का कार्गो वॉल्यूम 460-480 MMT,रेवेन्यू 29,000-31,000 करोड़ रुपए, EBIDTA 17000-18000 करोड़ रुपए, नेट डेट टू EBITDA 2.2-2.5 गुना ओर कैपेक्स (विस्तार पर होने वाला खर्च) 10,500-11,500 करोड़ रुपए रह सकता है।

Asian Markets : जापान का निक्केई 38000 अंक के अहम स्तर से नीचे गिरा, टोयोटा के शेयरों पर दिखा भारी दबाव

APSEZ के होल टाइम डायरेक्ट और सीईओ अश्विनी गुप्ता ने मई 2024 की शुरुआत में जारी आय रिपोर्ट में कहा था, "एपीएसईजेड 2025 में 500 MMT कार्गो वॉल्यूम हासिल करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है, जिसे हाल ही में अधिग्रहित गोपालपुर पोर्ट और चालू वर्ष में विझिंजम पोर्ट और अगले साल डब्ल्यूसीटी की कमीशनिंग से सहायता मिलेगी।"

अदाणी समूह की योजना गुजरात के मुंद्रा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने की भी है, जिसमें ग्रीन एनर्जी उत्पादन यूनिटों में इस्तेमाल होने वाली लगभग सभी चीजों का उत्पादन होगा। इनमें पॉलीसिलिकॉन, इन्गोट्स, वेफर्स, सेल, सोलर मॉड्यूल और यहां तक ​​कि विंड टर्बाइन भी शामिल हैं।

MoneyControl News

MoneyControl News

First Published: Jun 17, 2024 3:04 PM

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।