Adani Group News: अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट के चलते गौतम अदाणी (Gautam Adani) की नेटवर्थ को तगड़ा झटका लगा था और वैश्विक अमीरों की सूची में काफी नीचे खिसक गए थे। अब अदाणी ग्रुप के शेयरों (Adani Group) के शेयरों की ताबड़तोड़ तेजी के चलते न सिर्फ वह दुनिया के अमीरों की ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के टॉप-15 में फिर शामिल हो गए बल्कि देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। शेयरों की तेजी का फायदा सिर्फ ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी को ही नहीं बल्कि इस ग्रुप में भरोसा रखने वाले जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) के राजीव जैन को भी हुआ। उन्हें अपने निवेश पर फटाफट 82 फीसदी से अधिक रिटर्न मिला है।
GQG Partners ने किन शेयरों में लगाए हैं पैसे
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक 6 दिसंबर के क्लोजिंग प्राइस के हिसाब से GQG पार्टनर्स का अदाणी ग्रुप में निवेश बढ़कर 39,331 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। 21,660 करोड़ रुपये के निवेश के हिसाब से राजीव जैन करीब 82 फीसदी मुनाफे में हैं। उन्होंने ग्रुप की चार कंपनियों- अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी पावर में तीन किश्तो में पैसे लगाए हैं। इन सबके अलावा जीक्यूजी पार्टनर्स का अंबुजा सीमेंट में भी निवेश है और यह 1520 करोड़ रुपये 1793 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
GQG का अदाणी एंटरप्राइजेज में 3403 करोड़ रुपये का निवेश बढ़कर 9,024 करोड़ रुपये, अदाणी ग्रीन में 4,743 करोड़ रुपये का निवेश 8,800 करोड़ रुपये, अदाणी पोर्ट्स में 4,472 करोड़ रुपये का निवेश 7,766 करोड़ रुपये और अदाणी पावर में निवेश उछलकर 4,245 करोड़ रुपये से 8,718 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जीक्यूजी पार्टनर्स ने सबसे पहले 2 मार्च को अदाणी ग्रुप की चार कंपनियों में 11,849 करोड़ रुपये लगाए थे। इसके बाद जून में अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 2776 करोड़ रुपये और फिर अगस्त में अदाणी पावर में 4245 करोड़ रुपये डाले।
Adani Stocks में ताबड़तोड़ तेजी की क्या है वजह
अदाणी ग्रुप के शेयरों में 24 नवंबर से ताबड़तोड़ तेजी का रुझान दिख रहा है और इसका मार्केट कैप 4.5 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 14.8 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। 24 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग के दावों से संबंधित सेबी के मुकदमों पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया और अदाणी ग्रुप के खिलाफ सभी आरोपों को आंख मूंद कर मानने को लेकर सतर्क किया। इसके अलावा हिंदी बेल्ट के तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी की प्रचंड जीत के साथ-साथ अमेरिकी जांच एजेंसी की तरफ से हिंडनबर्ग के आरोपों को अप्रांसगिक कहे जाने पर शेयरों को पंख लग गए। इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन ने हाल ही में अदाणी पोर्ट्स के कोलंबो प्रोजेक्ट में 55.3 करोड़ डॉलर के निवेश ने तगड़ा सपोर्ट किया।