Ajax Engineering IPO Listing: कंक्रीट से जुड़े इक्विपमेंट बनाने वाली अजाक्स इंजीनियरिंग के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 6 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 629 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 593.00 रुपये और NSE पर 576.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी करीब 8 फीसदी घट गई। हालांकि बीएसई पर 565.00 रुपये तक टूटने के बाद यह रिकवर हुआ और यह 608.45 रुपये तक गया। दिन के आखिरी में बीएसई पर यह 595.60 रुपये (Ajax Engineering Share Price) पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 5.31 फीसदी घाटे में हैं। हालांकि एंप्लॉयीज फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर 59 रुपये के डिस्काउंट पर मिला है।
Ajax Engineering IPO को मिला था अच्छा रिस्पांस
अजाक्स इंजीनियरिंग का ₹1,269.35 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10-12 फरवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 6.06 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 13.04 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 6.46 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 1.94 गुना और एंप्लॉयीज का 2.62 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2,01,80,446 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। इश्यू के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है यानी कि कंपनी को आईपीओ के जरिए पैसा नहीं मिला है।
Ajax Engineering के बारे में
जुलाई 1992 में अजाक्स इंजीनियरिंग कंक्रीट से जुड़े इक्विपमेंट बनाती है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में सेल्फ लोडिंग कंक्रीट मिक्सर्स, बैचिंग प्लांट्स, ट्रांजिट मिक्सर्स, बूम पम्प्स, सेल्फ-प्रोपेल्ड बूम पम्प्स, स्लिपफॉर्म पेवर्स और 3डी कंक्रीट प्रिंटर्स हैं। सितंबर 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक वैल्यू चैन के लिए इसने 141 कंक्रीट इक्विपमेंट वैरिएंट्स डेवलप किए हैं और दस साल में 29,800 से अधिक यूनिट्स बेचे हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2022 में इसे 66.21 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 135.9 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 225.15 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 51 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,780.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली छमाही अप्रैल-सितंबर 2024 में इसे 101.02 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 794.16 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।