1 फरवरी के बजट में कर कटौती की कुछ उम्मीदें हैं। लेकिन हेलिओस कैपिटल के समीर अरोड़ा को लगता है कि उपभोग शेयरों पर इसका असर बहुत ज्यादा नहीं होगा। उन्होंने सीएनबीसी-टीवी18 से हुआ बातचीत कहा कि उनको (कर स्लैब में कुछ बदलाव) की उम्मीद है। लेकिन यह बहुत ज़्यादा नहीं हो सकता। चूंकि चर्चाएं हैं और यह तर्कसंगत भी है क्योंकि सरकार ने 2019 में कर कटौती के ज़रिए कॉर्पोरेट सेक्टर को कुछ प्रोत्साहन दिया था। इसलिए अब मध्यम वर्ग या करदाताओं के लिए कुछ राहत की खबर आ सकती है।
अरोड़ा ने आगे कहा कि उन्हें खपत शेयरों पर कर कटौती के बहुत कम असर की उम्मीद है। महंगाई बहुक बढ़ गई है। ऐसे में उपभोक्ता जेब में आए अतिरिक्त पैसे का क्या करेंगे इस पर साफ आइडिया नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि बाजार में खराब प्रदर्शन उन कंपनियों के लिए विशेष रूप से गंभीर रहा है जो उम्मीद पर खरी नहीं उतरी हैं। दूसरी ओर ग्लोबल बाजारों का प्रदर्शन अच्छा रहा है।
समीर ने आगे कहा कि निवेशक पैसे डाल रहे हैं। इससे उम्मीद बनी हुए है। उन्होंने कहा "यहां तक कि एक छोटे म्यूचुअल फंड के रूप में भी हमें अभी भी निवेश मिल रहा है। हमें अपने पीएमएस,अपने एआईएफ,ऑफशोर लॉन्ग-शॉर्ट फंड में भी निवेश मिल रहा है। इस महीने,वास्तव में,हमें अपने ऑफशोर फंड में 2.5 करोड़ डॉलर से अधिक निवेश मिला है। हमें किसी बुरे दौर से नहीं गुजरना पड़ा है।"
समीर अरोड़ा ने कहा कि उनका फोकस संतुलित रणनीति पर रहा है। जिसमें हाई ग्रोथ वाले शेयरों को स्थिर प्रदर्शन करने वाले शेयरों के साथ संतुलित किया जाता है। उनके पोर्टफोलियो के हाई ग्रोथ वाले शेयरों और पारंपरिक बैंकिंग और आईटी शेयरो का मिश्रण शामिल है। हाई ग्रोथ वाले शेयरों में पॉलिसी बाज़ार जैसे शेयर हैं। पॉलिसी बाजार लगभग 40 फीसदी की दर से बढ़ रहा है,लेकिन इसका वैल्यूएशन हाई है। समीर ने बताया कि उनके पास आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक भी है।