Apollo Tyres Shares: अपोलो टायर्स के शेयर बुधवार 22 मई को एक ब्लॉक डील के बाद करीब 5% बढ़ गए। ब्लॉक डील में कंपनी के 2.25 करोड़ रुपये शेयरों का लेनदेन हुआ, जो कंपनी की करीब 3.5 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। इस ब्लॉक डील में शामिल पक्षों की मनीकंट्रोल तुरंत पहचान नहीं कर सका। हालांकि हमारे सहयोगी CNBC-आवाज ने एक रिपोर्ट में बताया था कि दिग्गज प्राइवेट इक्विटी फर्म, वॉरबर्ग पिनकस की सहयोगी फर्म व्हाइट आइरिस इनवेस्टमेंट कंपनी में ब्लॉक डील के जरिए कुछ हिस्सेदारी बेच सकती है। इस ब्लॉक डील से वॉरबर्ग पिनकस ने 1,040 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य बनाया था।
रिपोर्ट में कहा गया था कि ब्लॉक डील अपोलो टायर्स के शेयरों के पिछले बंद भाव से 4 प्रतिशत छूट पर होने की संभावना है, जिसका फ्लोर प्राइस 460-465 रुपये प्रति शेयर के आसपास होगी। पिछले साल दिसंबर में व्हाइट आइरिस इनवेस्टमेंट ने कई ब्लॉक डील के जरिए अपोलो टायर्स में 4.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 1,281 करोड़ रुपये जुटाए थे।
मार्च तिमाही तक के शेयरहोल्डिंग आंकड़ों के मुताबिक, व्हाइट आइरिस इनवेस्टमेंट के पास अपोलो टायर्स की 3.54 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। अपोलो टायर्स ने पिछले हफ्ते अपने मार्च तिमाही के नतीजे जारी किए थे। कंपनी ने बताया कि मार्च तिमाही में उसका कंसॉलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 14 प्रतिशत घटकर 354 करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी ने 410 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था।
वहीं इसका रेवेन्यू इस दौरान 0.2 फीसदी बढ़कर 1,028 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 6,247.3 करोड़ रुपये था।
कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट (EBITDA) मार्च तिमाही में 3 फीसदी बढ़कर 1,028 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 998.4 करोड़ रुपये था। वहीं इसका ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन थोड़ा बेहतर होकर 16.4 फीसदी रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 16 फीसदी था।
NSE पर, सुबह 9.40 के करीब Apollo Tyres के शेयर 2.48 फीसदी की तेजी के साथ 492.55 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहे थे। इस साल अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 8.76 फीसदी की तेजी आई है। वहीं पिछले एक साल में इसके शेयरों का भाव करीब 33.24 फीसदी बढ़ा है।