Why Zaggle Prepaid Shares Fall: दिग्गज निवेशक आशीष कचोलिया (Ashish Kacholia) के पोर्टफोलियो में शामिल कॉरपोरेट को फिनटेक प्रोडक्ट्स और सर्विसेज मुहैया कराने वाली जैगल प्रीपेड के शेयर आज लगातार दूसरे दिन टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए। इसके शेयरों में बिकवाली का यह दबाव ऐसे समय में है, जबकि दिसंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा सालाना आधार पर 29 फीसदी से अधिक बढ़ा। आज की गिरावट के साथ लगातार चार दिनों में यह करीब 23 फीसदी टूट चुका है। बीएसई पर यह 10 फीसदी की गिरावट के साथ 381.90 रुपये के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर आज बंद भी हुआ जोकि रिकॉर्ड हाई से करीब 36 फीसदी डाउनसाइड है। पिछले साल दिसंबर 2024 में यह 597.00 रुपये के रिकॉर्ड हाई पर पहुंचा था।
Zaggle Prepaid के शेयरों में क्यों आया बिकवाली का दबाव?
जैगल प्रीपेड का दिसंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 29.6% उछलकर 20 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि तिमाही आधार पर इसके मुनाफे में 2.47% की गिरावट आई है जिसने शेयरों पर दबाव बना दिया। इसके अलावा कंपनी का खर्च भी बढ़ा है जिसने शेयरों पर दबाव बनाया। इसका खर्च सालाना आधार पर 72 फीसदी और तिमाही आधार पर 12 फीसदी उछलकर ₹314 करोड़ पर पहुंच गया। रेवेन्यू की बात करें तो सालाना आधार पर यह 69% उछलकर ₹336.8 करोड़ पर पहुंच गया। तिमाही आधार पर रेवेन्यू में 11% की गिरावट आई है।
दिसंबर तिमाही में जैगल प्रीपेड ओशन सर्विसेज ने अपने कारोबारी ढांचे में बदलाव किया। कंपनी ने Across IT Solutions में 53.32 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली जिससे यह जैगल प्रीपेड की एसोसिएट एंटिटी से सब्सिडरी बन गई है। कंपनी आगे भी इनऑर्गेनिक ग्रोथ के मौके तलाश रही है। कंपनी का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025 में इसका रेवेन्यू सालाना 58-63% की रफ्तार से बढ़ सकता है।
जैगल प्रीपेड के ₹164 के शेयर घरेलू स्टॉक मार्केट में 22 सितंबर 2023 को लिस्ट हुए थे और पिछले साल 17 दिसंबर 2024 को यह ₹597.00 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था यानी कि आईपीओ निवेशकों का पैसा 264.02 फीसदी बढ़ गया था। हालांकि अब आईपीओ निवेशक 132.87 फीसदी मुनाफे में हैं। टेक्निकल चार्ट पर बात करें तो बिकवाली के चलते यह अहम मूविंग एवरेज लेवल से नीचे आ गया है। इसका 50-दिनों का मूविंग एवरेज ₹514.6, 100-दिनों का ₹476.8 और 200-दिनों का ₹399.1 पर है। इसके अलावा रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 38.1 पर है। आरएसआई के 30 के नीचे होने का मतलब ओवरसोल्ड और 70 के ऊपर होने का मतलब ओवरबॉट है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।