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Kaynes Technology: ओएसएटी को एप्रूवल के बाद क्या आपको केंस टेक्नोलॉजी के शेयरों में निवेश करना चाहिए?

केंस टेक्नोलॉजी अपना आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर एंड एसेंबली टेस्ट (ओएसएटी) फैसिलिटी गुजरात के साणंद में लगाने जा रही है। यहां पहले माइक्रोन टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियों की फैसिलिटी पर काम चल रहा है। केंस के इस प्लांट में केंद्र और राज्य सरकारें 70 फीसदी निवेश करेंगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Sep 04, 2024 पर 4:41 PM
Kaynes Technology: ओएसएटी को एप्रूवल के बाद क्या आपको केंस टेक्नोलॉजी के शेयरों में निवेश करना चाहिए?
केंस टेक्नोलॉजी के मैनेजमेंट ने FY25 में 66 फीसदी रेवेन्यू ग्रोथ और 15 फीसदी मार्जिन की उम्मीद जताई है।

केंस टेक्नोलॉजी को आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर एंड एसेंबली टेस्ट (ओएसएटी) फैसिलिटी के लिए एप्रूवल मिल गया है। कंपनी इंडियन सेमीकंडक्टर मिशन के तहत यह फैसिलिटी शुरू करेगी। कंपनी इसे गुजरात के साणंद में शुरू करेगी। यहां पहले से माइक्रोन टेक्नोलॉजी और सीजी पावर की ओएसएटी प्लांट्स बन रहे हैं। केंस टेक्नोलॉजी के इस प्रोजेक्ट पर 3,300 करोड़ रुपये का निवेश होगा। 70 फीसदी निवेश केंद्र और राज्य सरकारें कर रही हैं, जबकि बाकी का निवेश कंपनी करेगी। केंस ने पहले से मलेशिया के ग्लोबेट्रोनिक्स और ताइवान के एपोटोस और रिसाइनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ समझौता किया है।

रोजाना बनेंगे 60 लाख चिप

Kaynes Technology धीरे-धीरे अपनी OSAT बिजनेस का विस्तार करेगी। शुरुआत क्वैड फ्लैट नौ लीड पैकेज से होगी। इसका इस्तेमाल आईसी के सिलिकॉन डाइ को सर्किट बोर्ड से कनेक्टर करने में होता है। आखिर में कंपनी एडवान्स पैकेजिंग शुरू करेगी। इसमें मार्जिन काफी ज्यादा है। केंस अपनी 13 एसेंबली लाइन के जरिए रोजाना करीब 60 लाख चिप बनाएगी। पहले कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया था कि इस बिजनेस से FY26 की अंतिम तिमाही तक रेवेन्यू शुरू हो जाएगा। FY30 तक कंपनी का रेवेन्यू 3,000-3,500 करोड़ रुपये पहुंच जाएगा।

FY30 तक बिजनेस का मिलेगा पूरा फायदा

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