Bank of Baroda के निवेशकों के लिए यह चियर्स का मौका है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस सरकारी बैंक को इनवेस्टमेंट रिसर्च फर्म MSCI ने इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स में शामिल किया है। इस इंडेक्स में शामिल होने के बाद अब इसमें भारी मात्रा में निवेश आ सकता है। घरेलू ब्रोकरेज और इक्विटी रिसर्च फर्मों के मुताबिक इस इंडेक्स में शामिल होने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) इसमें भारी निवेश कर सकते हैं। Emkay Global का मानना है कि इसमें 13.7 करोड़ डॉलर का निवेश आ सकता है। वहीं नुवामा वेल्थ का मानना है कि अब इसमें 14.5 करोड़ डॉलर का निवेश हो सकता है।
कुल मिलाकर एमएससीआई के इस इंडेक्स में शामिल होने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा को लेकर बुलिश रुझान और मजबूत हुआ है। आज इसके शेयर इंट्रा-डे में बीएसई पर 173.85 रुपये की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद फिसलकर 169.30 रुपये (Bank of Baroda Share Price) पर बंद हुआ।
MSCI के इस इंडेक्स में क्या है खास बात
इनवेस्टमेंट रिसर्च फर्म एमएससीआई वैश्विक स्तर पर निवेशकों को निवेश से जुड़ी एडवायजरी उपलब्ध कराती है यानी इसके इंडेक्स में शामिल होने के बाद दुनिया भर के निवेशकों का रुझान स्टॉक को लेकर बुलिश होता है। एमएससीआई ने अपने क्वार्टर्ली कांप्रेहेंसिव इंडेक्स रिव्यू (QCIR) के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा को इस इंडेक्स में शामिल किया है।
इसके अलावा सीजी पॉवर और इंडस्ट्रियल (CG Power and Industrial) और श्रीराम फाइनेंस (Shriram Finance) को MSCI India Domestic Index में शामिल किया गया है। हालांकि इंडिया डोमेस्टिक इंडेक्स से बॉयोकॉन को बाहर कर दिया गया है। ये बदलाव 1 मार्च 2023 से प्रभावी होंगे।
FIIs बढ़ा रहे Bank of Baroda में अपनी हिस्सेदारी
बैंक ऑफ बड़ौदा में विदेशी संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है। जून 2022 में एफआईआईज की इस सरकारी बैंक में 8.20 फीसदी हिस्सेदारी थी जो अगली तिमाही में बढ़कर 8.90 फीसदी पर पहुंची। हालांकि अगली ही तिमाही अक्टूबर-दिसंबर 2022 में एफआईआईज की हिस्सेदारी बढ़कर 10 फीसदी पर पहुंच गई। दिसंबर 2021 तिमाही में एफआईआईज की बैंक ऑफ बड़ौदा में 7.40 फीसदी हिस्सेदारी थी।
वहीं घरेलू संस्थागत निवेशक (DIIs) की तिमाही आधार पर अक्टूबर-दिसंबर 2022 में हिस्सेदारी 18.90 फीसदी से गिरकर 18 फीसदी पर आ गई लेकिन सालाना आधार पर यह बढ़ी है। दिसंबर 2021 तिमाही में DIIs की बैंक ऑफ बड़ौदा की हिस्सेदारी 14.70 फीसदी थी।