बैंकिंग शेयरों पर 25 अप्रैल को ज्यादा दबाव दिखा। इससे पहले बैंकों के शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली थी। बैंक निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। इसमें बैंकों के चौथी तिमाही के नतीजों का भी हाथ है। बैंकों के मार्जिन पर फिलहाल दबाव रह सकता है। लेकिन, बैंकिंग सेक्टर की कुल तस्वीर बेहतर होती दिख रही है। अगर बीते एक महीने की बात की जाए तो निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेंज इंडेक्स का प्रदर्शन निफ्टी के मुकाबले अच्छा रहा है।
एनबीएफसी को मिलेगा ज्यादा फायदा
पिछले साल सितंबर से फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर का इंडेक्स 10 फीसदी तक चढ़ा है। RBI ने मॉनेटरी पॉलिसी को उदार बनाना शुरू कर दिया है। इसका सबसे ज्यादा फायदा नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनीज (NBFC) को मिलेगा। खासकर ऐसे एनबीएफसी जिनकी पहुंच कम कॉस्ट वाले रिटेल डिपॉजिट तक नहीं है, उन्हें ज्यादा फायदा होगा। इसकी वजह यह है कि उनकी कॉस्ट ऑफ फंड बैंकों के डिपॉजिट रेट्स में कमी से पहले ही घटने लगेगी।
बैंक निफ्टी का शानदार प्रदर्शन
हालांकि, देरसवेर बैंकों के मार्जिन में भी इम्प्रूवमेंट देखने को मिलेगी। मार्केट इस बात को समझ रहा है। यही वजह है कि Nifty Financial Services इंडेक्स के मुकाबले Nifty Bank का प्रदर्शन अच्छा रहा है। जिन एनबीएफसी की लोन बुक में फिक्स्ड रेट लोन की ज्यादा हिस्सेदारी है, वे फायदे में रहेंगी। व्हीकल खरीदने के लिए लोन देने वाली एनबीएफसी को काफी फायदा होगा, क्योंकि लोन पर उनका इंटरेस्ट रेट स्थिर बना रहेगा, जबकि कॉस्ट ऑफ फंड में गिरावट आएगी।
विदेशी निवेशक भी कर रहे खरीदारी
हाल में BFSI शेयरों में आई तेजी में विदेशी निवेशकों की खरीदारी का भी हाथ रहा है। अमेरिका के ट्रेड वॉर का सबसे ज्यादा नुकसान खुद अमेरिका को होने वाला है। IMF ने कई बड़ी इकोनॉमी की ग्रोथ के अनुमान को घटा दिया है। लेकिन, सबसे ज्यादा अमेरिकी जीडीपी में ग्रोथ के अनुमान में की है। अमेरिका में टैरिफ की वजह से इनफ्लेशन भी बढ़ने का डर है। उधर, डॉलर में भी कमजोरी जारी है। यह तीन साल के निचले स्तर पर आ गया है। इससे विदेशी निवेशकों को फिर से इंडियन मार्केट अट्रैक्टिव लग रहा है।
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एक्सपर्ट्स का कहना है कि बैंक रिटेल क्रेडिट पर फोकस बढ़ाएंगे, जिससे क्रेडिट ग्रोथ में तेजी दिख सकती है। लेकिन, निवेशकों को डिपॉजिट ग्रोथ और स्लिपेज पर नजर रखनी होगी। यह बात ध्यान में रखने की जरूरत है कि BFSI सेक्टर को इकोनॉमी का इंजन माना जाता है। इसलिए लंबी अवधि में जीडीपी की ग्रोथ अच्छी रहने पर BFSI की ग्रोथ भी अच्छी रहेगी। दूसरा यह कि अभी BFSI स्टॉक्स की वैल्यूएशन ठीक लग रही है। ऐसे में लंबी अवधि के लिए इनवेस्टर्स इन स्टॉक में निवेश कर सकते हैं।