स्टॉक मार्केट्स में 7 अप्रैल को दिख रही गिरावट ने मार्च 2020 की याद दिलाई है। तब कोविड का डर इस कदर दुनिया पर हावी हो गया था कि सभी एसेट क्लास की कीमतें ताश के पत्ते की तरह भरभरा कर गिर गई थीं। 7 अप्रैल यानी आज कुछ वैसा ही होता दिख रहा है। इंडियन मार्केट के ओपन होते ही सेंसेक्स और निफ्टी 4 फीसदी से ज्यादा क्रैश कर गए। मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी बड़ी गिरावट दिखी। एशियाई स्टॉक मार्केट्स में तो 10 फीसदी तक की गिरावट दिखी। खास बात यह है कि गोल्ड, ऑयल दूसरे एसेट क्लास में भी बड़ी गिरावट है। क्या डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से इकोनॉमिक न्यूक्लियर वॉर शुरू हो गया है?