RBI ने बुधवार 8 जून को क्रेडिट पॉलिसी जारी करते हुए रेपो रेट में आधा परसेंट की बढ़ोतरी कर दी। इसके साथ ही आरबीआई ने सिस्टम से धीरे-धीरे नकदी कम करने के संकेत भी दिये थे। पॉलिसी के बाद SBI ने कहा था कि अब EMI जल्द बढ़ने वाली है। वहीं दूसरी तरफ RBI की पॉलिसी से हाउसिंग सेक्टर को बिग बूस्ट मिला। RURAL CO-OPERATIVE BANKS को RESIDENTIAL PROJECT FUNDING की अनुमति दी गई है। इसके अलावा हाउसिंग लोन सीमा भी बढ़ाकर दोगुनी की गई जिसके बाद कल रियल एस्टेट शेयर दौड़ते हुए नजर आये थे।
वहीं RBI के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद बैंकों ने भी कर्ज महंगा करना शुरू कर दिया है। PNB ने रेपो से जुड़े होम लोन पर ब्याज 0.5% बढ़ाकर 7.4% कर दिया है। बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों को अब 7.75% की दर से ब्याज देना होगा।
ब्रोकरेज हाउसेज ने आगे ज्यादा तेज गति से RATE HIKE की आशंका जताई है। GOLDMAN SACHS और सिटी के मुताबिक अगस्त पॉलिसी में भी दरें आधा परसेंट बढ़ सकती है। जबकि CLSA को दिसंबर तक 75 bps दर बढ़ने की आशंका है।
जानते हैं आरबीआई पॉलिसी पर क्या है ब्रोकरेजेस का नजरिया
GOLDMAN SACHS की RBI POLICY पर राय
GOLDMAN SACHS ने RBI POLICY पर राय देते हुए कहा कि इसके बाद अगस्त में भी पॉलिसी में दरें 0.5% बढ़ने का अनुमान है। इसके बाद सितंबर में 0.35% और दिसंबर में दरें 0.25% बढ़ सकती हैं। इसके अलावा मौजूदा साइकल में दरें 2.75% बढ़ने की आशंका है।
CITI की RBI POLICY पर राय
CITI ने RBI POLICY पर राय व्यक्त करते हुए कहा कि बैंक-एन्ड महंगाई का पूर्वानुमान मामूली जान पड़ता है। इसके बाद आरबीआई द्वारा अगस्त पॉलिसी में दरें 40-50 bps बढ़ने का अनुमान है।
CLSA की RBI Policy पर राय
CLSA ने RBI Policy पर राय देते हुए कहा कि हमें उम्मीद है कि दिसंबर 2022 तक दरें 75 बीपीएस बढ़ सकती हैं। हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई बैंकों की एचटीएम सीमा को वित्त वर्ष 26 तक 1% तक बढ़ा देगा। इसके अलावा आरबीआई द्वारा एफसीएनआरबी डिपॉजिट रेट कैप को अंतर-बैंक प्रस्तावित दर से 50 बीपीएस तक बढ़ाने की संभावना है।
MACQUAIRE की RBI POLICY पर राय
MACQUAIRE ने RBI POLICY पर कहा है कि क्रेडिट कार्ड-UPI लिंक होना SBI CARD के लिए पॉजिटिव साबित होगा। आरबीआई इसे पहले Rupay Cards के साथ और इसके बाद बड़े उद्योग के लिए रोल आउट करेगा। यदि यह UPI लिंक होता है, तो संभावना है कि लागत शून्य हो जाए