लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों के बार में ब्रोकरेज का कहना है कि निजी कंपनियों के इंडिविजुअल APE से इंडिविजुअल न्यू SA ग्रोथ बेहतर देखने को मिल रही है। ब्रोकरेज के मुताबिक जबकि सालाना आधार पर HDFC Life की मई में इंडिविजुअल न्यू SA ग्रोथ 14% रही। बैंकों पर एचएसबीसी ने कहा कि रेपो रेट कट के बाद NIM तेजी से सामान्य हो सकता है। डिपॉजिट रेट कट से निजी बैंकों की डिपॉजिट लागत 24-60bp घटेगी। एक साल में सरकारी बैंकों की डिपॉजिट लागत 11-24bp घटेगी। छोटे और मिड साइज बैंक को NIM में ज्यादा फायदा हो सकता है। इसके साथ ही रियल्टी पर ब्रोकरेज ने अपनी राय जाहिर की है। इसमें उन्हें डीएलएफ और गोदरेज प्रॉपर्टीज से जैसे स्टॉक्स पसंद आ रहे हैं।
मॉर्गन स्टैनली ने लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर पर राय देते हुए कहा कि निजी कंपनियों के इंडिविजुअल APE से इंडिविजुअल न्यू SA ग्रोथ बेहतर देखने को मिल रही है। सालाना आधार पर मई में SBI Life ने 68% की ग्रोथ दर्ज की है। SBI Life को नए रिटेल प्रोटेक्शन प्रोडक्ट की लॉन्च से फायदा हुआ है। वहीं सालाना आधार पर IPru Life का मई में इंडिविजुअल न्यू SA ग्रोथ 19% रही। जबकि सालाना आधार पर HDFC Life की मई में इंडिविजुअल न्यू SA ग्रोथ 14% रही।
बैंकों पर राय देते हुए विदेशी ब्रोकरेज फर्म एचएसबीसी ने कहा कि रेपो रेट कट के बाद NIM तेजी से सामान्य हो सकता है। डिपॉजिट रेट कट से निजी बैंकों की डिपॉजिट लागत 24-60bp घटेगी। एक साल में सरकारी बैंकों की डिपॉजिट लागत 11-24bp घटेगी। छोटे और मिड साइज बैंक को NIM में ज्यादा फायदा हो सकता है। NIM में सरकारी बैंकों से ज्यादा बड़े बैंकों को फायदा हो सकता है।
इसके साथ ही रियल एस्टेट सेक्टर पर जेफरीज ने कहा कि FY26 में प्री-सेल्स सालाना आधार पर 5ppt बढ़कर 20%+ होने की संभावना है। Q1 में बड़े प्रोजेक्ट लॉन्च के चलते गाइडेंस पर भरोसा बढ़ा है। मिड/अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए रेट कट एक राहत की बात है। सेल्स ग्रोथ से रियल एस्टेट कंपनियों की री-रेटिंग की संभावना है। ब्रोकरेज ने कहा कि इस सेक्टर में उन्हे DLF, Godrej Properties, Lodha के शेयर पसंद हैं।
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