Get App

लार्जकैप स्टॉक्स में दिखने लगी है Bulls की दिलचस्पी, जानिए Gland Pharma, Infosys और CCRI में क्या चल रहा है

ज्यादातर ट्रेडर्स का मानना है कि लोकसभा चुनावों के खत्म होने से पहले स्टॉक मार्केट्स में थोड़ा उतारचढ़ाव दिख सकता है। शायद लॉर्जकैप स्टॉक्स में बुल्स की दिलचस्पी की यह एक वजह हो सकती है। हालांकि मार्केट ने लोकसभा चुनावों के नतीजों का अंदाजा पहले ही लगा लिया है

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 10, 2024 पर 10:03 AM
लार्जकैप स्टॉक्स में दिखने लगी है Bulls की दिलचस्पी, जानिए Gland Pharma, Infosys और CCRI में क्या चल रहा है
ब्रोकरेज फर्म MOSL ने कंटनेर कॉर्पोरेशन के शेयरों को 'खरीदने' (buy) की अपनी सलाह दोहराई है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि Container Corporation (CCRI) को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) से फायदा होगा।

मिडकैप और स्मॉलकैप स्टॉक्स के बाद अब लार्जकैप की तस्वीर बेहतर हो रही है। लोकसभा चुनाव खत्म होने से पहले स्टॉक मार्केट में कुछ उतारचढ़ाव दिख सकता है। हालांकि, ज्यादातर ट्रेडर्स का मानना है कि मार्केट ने लोकसभा चुनावों के नतीजों का अंदाजा पहले ही लगा लिया है। बुल्स की दिलचस्पी अच्छी क्वालिटी के लार्जकैप स्टॉक्स में बढ़ी है। मार्केट को मार्च तिमाही के नतीजों का इंतजार है। अनुमान है कि कपनियों के नतीजे इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स दोनों को खुश कर देंगे। इसके लिए हमें थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।

Gland Pharma

ग्लैंड फार्मा के करीब 5 फीसदी स्टॉक्स में 9 अप्रैल को ब्लॉक डील हुई। बुल्स का कहना है कि Gland Pharma ने अमेरिकी बाजार में बीते वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कुल 13 प्रोडक्ट्स पेश किए हैं। इनमें 9 नए प्रोडक्ट्स हैं। कंपनी ने यूरोपीय बाजार में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। उसने CDMO ऑपरेशंस के लिए Cenexi का अधिग्रहण किया है। उधर, बेयर्स की दलील है कि बायोसिमिलर्स की लॉन्चिंग में देर से कंपनी की ग्रोथ स्ट्रेटेजी और ऑपरेशंस पर असर पड़ सकता है। एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी रिपोर्ट में इस बारे में बताया है।

Container Corporation

ब्रोकरेज फर्म MOSL ने कंटनेर कॉर्पोरेशन के शेयरों को 'खरीदने' (buy) की अपनी सलाह दोहराई है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि Container Corporation (CCRI) को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) से फायदा होगा। उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से सीसीआरआई का वॉल्यूम बढ़ेगा। कंपनी की ऑपरेटिंग कैपेसिटी में भी इजाफा होगा। DFC के वित्त वर्ष 2025-26 तक पूरी तरह से बनकर तैयार हो जाने की उम्मीद है। उधर, बेयर्स की दलील है कि कंपनी के तीसरी तिमाही के नतीजे कमजोर रहे हैं। ग्लोबल ट्रेड में रुकावट आने से EXIM के वॉल्यूम पर असर पड़ा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें