सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (Central Depository Services Limited (CDSL) के शेयर 15 जून को दोपहर के शुरुआती कारोबार में 2 प्रतिशत बढ़कर कारोबार कर रहे थे। पिछले सत्र के नुकसान के बाद आज फिर से इसमें बाउंस बैक दिखा। मई में डीमैट खातों में बढ़ोतरी ने स्टॉक में सेंटीमेंट को बढ़ाने में योगदान दिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange (BSE) द्वारा खुले बाजार में लेनदेन के जरिये 985 रुपये प्रति शेयर पर 47.44 लाख इक्विटी शेयर या 4.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने के बाद 14 जून को ये स्टॉक 4 प्रतिशत गिर गया। FY23 के अंत में BSE की CDSL में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
दोपहर 12 बजकर 36 मिनट पर CDSL पिछले दिन के बंद भाव से 2.1 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,036 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
CSDL निवेशकों को डीमैट खाता खोलकर इलेक्ट्रॉनिक रूप से सिक्योरिटीज में निवेश करने की सुविधा उपलब्ध कराता है। खाते के मेंटेनेंस, लेनदेन और सेटलमेंट चार्जेस के रूप में अदा किये गये शुल्क से रेवन्यू प्राप्त करता है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड ने 14 जून को एक रिपोर्ट में कहा कि मई में 21 लाख नये खातों के साथ पिछले महीने से 33 प्रतिशत अधिक डीमैट खाते खोले गए। ये वित्त वर्ष 23 के औसत के अनुरूप रहा।
अप्रैल में 16 लाख डीमैट खाते खोले गए। ब्रोकिंग फर्म के विश्लेषकों ने कहा, "सीडीएसएल ने बाजार हिस्सेदारी बढ़ाना जारी रखा है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि मई में भी सिक्योरिटी मार्केट का सेंटीमेंट पॉजिटिव रहा। निफ्टी में मासिक आधार पर 2.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
आमतौर पर नए खाते खुलने के साथ-साथ ट्रेडिंग गतिविधियों में वृद्धि सीएसडीएल के लिए फायदेमंद होती है। इससे अधिक शेयरधारक और ट्रेडर्स स्टॉक एक्सचेंजों पर सिक्योरिटीज को खरीदते और बेचते हैं।
2023 मार्च तिमाही के लिए CDSL ने 124 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री दर्ज की। जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 136.5 करोड़ रुपये से लगभग 8.7 प्रतिशत कम रही। कंपनी का 63 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा एक साल पहले की अवधि से 18 प्रतिशत कम रहा।
2022 में घटी खातों की संख्या
साल 2020 और 2021 में स्टॉक में तेजी आई। जब रिटेल निवेशकों के द्वारा डीमैट खाता खोलने में तेजी आई। उस समय अधिकांश निवेशक COVID प्रतिबंधों के कारण अपने घरों तक ही सीमित थे। वे बड़ी संख्या में बाजार से जुड़े। हालांकि 2022 में अशांत बाजार की स्थितियों में स्टॉक में 40 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई। इसकी वजह ये है कि उस समय खाता खोलने की गति धीमी हो गई थी।
2017 में लिस्टेड सीडीएसएल में बीएसई की 50.05 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। लेकिन भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Securities and Exchange Board of India) के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए स्टॉक एक्सचेंज ने अपनी हिस्सेदारी का 26.05 प्रतिशत बेच दिया।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)