पिछले पांच साल में कंपनियों की लीडरशिप में बदलाव और उनके शेयरों के प्रदर्शन के बीच मजेदार संबंध देखने को मिला है। इस दौरान करीब 40 कंपनियों की लीडरशिप में बदलाव हुआ। इनमें से 75 फीसदी यानी 30 कंपनियों के शेयरों का प्रदर्शन लीडरशिप में बदलाव के बाद शानदार रहा। बीएसई 500 कंपनियों की स्टडी से यह जानकारी मिली है। इससे यह संकेत मिलता है कि इनवेस्टर्स का भरोसा कंपनियों के नई सीईओ के विजन और एनर्जी पर होता है।
सबसे ज्यादा उछाल पर्सिस्टेंट और एंजल वन के शेयरों में
इस मामले में सबसे बड़ा उदाहरण Persistent Systems है। इस कंपनी ने अक्टूबर 2020 में संदीप कालरा को सीईओ नियुक्त किया। तब से पर्सिस्टेंट सिस्टम्स के शेयर का प्राइस 850 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है। इससे पहले के तीन साल में इस स्टॉक का रिटर्न सिर्फ 21 फीसदी था। Schneider Electric और Angel One के माममें भी ऐसा देखने को मिला है। श्नाइडर इलेक्ट्रिक और एंजल वन ने अप्रैल-मई 2021 में अपनी लीडरशिप में बदलाव किए थे। श्नाइडर इलेक्ट्रिक ने संजय सुधारकरण को सीईओ बनाया था, जबकि एंजल वन ने नारायण गंगाधर को बॉस बनाया था। तब से Schneider Electric का स्टॉक 840 फीसदी और Angel One का 645 फीसदी चढ़ा है।
Himadri Speciality और Welspun Corp ने भी किया कमाल
मजेदार बात यह है कि श्नाइडर इलेक्ट्रिक के शेयरों में सीईओ बदलने से पहले के तीन साल में 20 फीसदी गिरावट आई थी। नए सीईओ की नियुक्ति से पहले एंजल वन का शेयर इश्यू प्राइस से सिर्फ 30 फीसदी चढ़ा था। यह ट्रेंड कई दूसरी कंपनियों के मामले में भी देखने को मिला है। इनमें Himadri Speciality Chemical और Welspun Corp शामिल हैं। हिमाद्री स्पेशियलिटी ने जुलाई 2022 में अनुराग चौधरी को सीईओ नियुक्त किया। उसके बाद से यह स्टॉक 500 फीसदी चढ़ा है। वेलस्पन कॉर्प ने जनवरी 2022 में नीरज कांत को सीईओ नियुक्त किया। उसके बाद कंपनी का स्टॉक 340 फीसदी बढ़ा है।
लीडरशिप में बदलाव का शेयरों पर पड़ता है बड़ा असर
नया सीईओ नियुक्त होने के बाद Newgen Software Technologies, Zensar Technologies और Aegis Logistics के शेयरों ने भी कमाल किया। कई साल तक कमजोर प्रदर्शन के बाद इन कंपनियों ने 2021 और 2022 के बीच अपने सीईओ बदले, जिसके बाद इनके शेयरों की कीमतों में 280 फीसदी से ज्यादा उछाल देखने को मिला। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लीडरशिप में बदलाव का शेयरों की कीमतों पर अच्छा और खराब दोनों तरह का असर देखने को मिल सकता है। यह कई बातों पर निर्भर करता है।