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Chinese Stock Exchange: चाइनीज स्टॉक मार्केट्स में निवेश करने पर कितना मिल सकता है मुनाफा?

इंडिया में इनवेस्टर्स म्यूचुअअल फंड्स के जरिए चीन की कंपनियों के शेयरों में पैसे लगा सकते हैं। अभी चीन में निवेश के लिए इंडियन इनवेस्टर्स के पास कुल 4 विकल्प हैं। इनमें दो फंड ऑफ फंड्स्स (FoFs) है, जबकि दो एक्सचेंज ट्रेडेंड फंड (ETF) हैं

अपडेटेड Oct 14, 2024 पर 6:25 PM
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14 अक्टूबर को चीन के स्टॉक्स मार्केट्स में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली।

सितंबर में चीन के स्टॉक एक्सचेंजों में आई तेजी की खूब चर्चा हो रही है। हालांकि, अक्टूबर में एक हफ्ते की छुट्टी के बाद मार्केट्स खुलने पर दबाव देखने को मिला था। लेकिन, 14 अक्टूबर को फिर से चीन के स्टॉक्स मार्केट्स में जबर्दस्त तेजी देखने को मिली। इससे इंडिया में भी इनवेस्टर्स चीन के स्टॉक मार्केट्स में निवेश के विकल्प तलाश रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन के स्टॉक्स मार्केट्स में आगे अच्छी तेजी दिख सकती है। सरकार ने कहा है कि वह इकोनॉमी खासकर चीन के प्रॉपर्टी मार्केट को बढ़ावा देने के लिए अरबों डॉलर का पैकेज का ऐलान करेगी। इस पैकेज के आने पर चीन के स्टॉक मार्केट्स में तेजी जारी रह सकता है।

चीन में निवेश के कुल चार विकल्प

इंडिया में इनवेस्टर्स म्यूचुअअल फंड्स के जरिए चीन की कंपनियों के शेयरों में पैसे लगा सकते हैं। अभी चीन में निवेश के लिए इंडियन इनवेस्टर्स के पास कुल 4 विकल्प हैं। इनमें दो फंड ऑफ फंड्स्स (FoFs) है, जबकि दो एक्सचेंज ट्रेडेंड फंड (ETF) हैं। सितंबर 2024 में इन स्कीमों का कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट 2,683 करोड़ रुपये था। इन फंडों की क्या खास बातें हैं, ये फंड कहां और किसी तरह की कंपनियों में निवेश करते हैं? आइए इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।


Axis Greater China Equity Fund of Fund

यह फंड ऑफ फंड है, जो Schroder International Selection Fund Greater China Fund की यूनिट्स में इनवेस्ट करता है। श्रोडर इंटरनेशनल एक्टिवली मैनेज्ड फंड है जो चीन, हांगकांग एसएआर और ताइवान की कंपनियों की सिक्योरिटीज में निवेश करता है। यह फंड अपना 1.5 फीसदी पैसा शंघाई, शेनजेन और हांगकांग के स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड ऑस्ट्रेलिया की कंपनियों में भी निवेश करता है। इस तरह इसके निवेश का पोर्टफोलियो काफी व्यापक है।

Edelweiss Greater China Equity off-Shore Fund

यह फंड ऑफ फंड मुख्य रूप से जेपी मॉर्गन फंड्स-ग्रेटर चाइन फंड में निवेश करता है। यह फंड चीन, हांगकांग एसएआर और ताइवान की कंपनियों में निवेश करता है। इसका फोकस उन चाइनीज कंपनियों पर होता है, जो अपने क्षेत्र में लीडर होती हैं। इस फंड का पोर्टफोलियो काफी व्यापक है। इसमें चीन, हांगकांग एसएआर और ताइवान की करीब 60 कंपनियां शामिल हैं।

Nippon India ETF Hang Seng BeES

यह इंडिया में सबसे ज्यादा ट्रेडिंग वाले ईटीएफ में शामिल है। एनएसई पर पिछले तीन महीनों में इसका औसत रोजाना वॉल्यूम 7 करोड़ रुपये रहा है। यह इंडियन निवेशकों को हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों में निवेश करने की सुविधा देता है। हांगकांग के हैंगसेंग इंडेक्स की शुरुआत 1969 में हुई थी। यह इंडेक्स चार सब सेक्टर में विभाजित है। इनमें फाइनेंस, यूटिलिटीज, प्रॉपर्टीज, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री शामिल हैं।

Mirae Asset Hang Seng Tech ETF

यह पैसिवली मैनेज्ड ईटीएफ है। यह सीध हैंगसेंग टेक इंडेक्स के स्टॉक्स में निवेश करता है। यह निवेश अंडरलाइंड इंडेक्स के अनुपात के हिसाब से होता है। इस ईटीएफ में पिछले तीन महीनों में औसत राजाना का ट्रेडिंग वॉल्यूम 4 करोड़ रुपये रहा है। हैंगसेंग टेक इंडेक्स में चीन की 30 बड़ी टेक कंपनियां शामिल हैं। ये इंटरनेट, फिनटेक, क्लाउड और ई-कॉमर्स क्षेत्र की हैं।

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क्या आपको निवेश करना चाहिए?

इनवेस्टर्स डायवर्सिफिकेशन के लिए चीन से जुड़े फंड ऑफ फंड्स या ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं। चीन के मार्केट का आउटलुक पॉजिटिव लगता है। सरकार ने इकोनॉमी की ग्रोथ बढ़ाने के लिए कई कदम उठाएं हैं। सरकार जल्द बड़े राहत पैकेज का ऐलान कर सकती है। लेकिन, यह पता नहीं है कि इन पैकेज से इकोनॉमी को कितनी मदद मिलेगी और स्टॉक मार्केट्स में कितनी तेजी आएगी। ऐसे में यह बताना मुश्किल है कि चीन के मार्केट में निवेश से कितना मुनाफा मिल सकता है।

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