Indus Towers : सुप्रीम कोर्ट द्वारा एजीआर बकाया की पुनर्गणना के लिए दूरसंचार कंपनियों की याचिका को खारिज किए जाने के बाद से इंडस टावर्स के शेयरों में 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है। इंटरनेशनल ब्रोकरेज सिटी के मुताबिक इंडस टावर्स के शेयर में गिरावट निवेशकों को खरीदारी का अच्छा मौका प्रदान कर रहा है। शेयर में करेक्शन ने इंडस टावर्स के वैल्यूएशन को भी लॉन्ग टर्म एवरेज के पर वापस ला दिया है। सिटी का कहना है कि तुलनात्मक रूप से देखें तो इंडस टावर्स का स्टॉक एकमात्र दूसरी घरेलू टावर कंपनी की तुलना में 20 फीसदी डिस्काउंट पर कारोबार कर रहा है।
ऐसे में सिटी ने इंडस टावर्स पर 500 रुपये प्रति शेयर के लक्ष्य मूल्य के साथ अपनी 'buy' कॉल को बरकरार रखा। इसका मतलब है कि सिटी को इस स्टॉक में यहां से 32 फीसदी तेजी आने की उम्मीद नजर आ रही है।
सिटी के के मुताबिक स्टॉक को लेकर जिन तीन प्रमुख घटनाओं पर नजर रखनी होगी, वे हैं इंडस टावर्स के आगामी तिमाही परिणाम। इसमें विश्लेषकों की नजर पिछले बकाये की वसूली और नए रेंटल के आउटलुक पर रहेगी। इसके आलवा वोडाफोन आइडिया के विलंबित बैंक फंडिंग के समापन और टेलीकॉम ऑपरेटरों के लिए बैंक गारंटी की जरूरत में सरकार द्वारा मिलने वाली छूट पर नजरें रहेंगी।
सिटी ने 23 सितंबर को इंडस टावर्स पर कवरेज शुरू की। ब्रोकरेज का कहना है कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा एजीआर याचिका को खारिज किए जाने से वोडाफोन आइडिया के कैश फ्लो पर तत्काल प्रभाव पड़ने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, यह निकट अवधि के शेयर सेंटीमेंट को प्रभावित कर सकता है। सिटी कहना है कि 6-7 डिविडेंड यील्ड को देखते हुए इस स्टॉक में किसी भी करेक्शन को खरीदारी के मौके के रूप में भुनाना चाहिए। पिछले एक साल में शेयर में 96 फीसदी की तेजी आई है, जिससे निवेशकों की पूंजी लगभग दोगुनी हो गई है। वहीं, इस अवधि में निफ्टी में केवल 26 फीसदीकी तेजी आई है।
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