डिफेंस कंपनियों के स्टॉक में तेज करेक्शन देखने को मिल रहा है। हालांकि, पिछले 3 साल में इन कंपनियों ने शानदार रिटर्न दिया है। निफ्टी डिफेंस इंडेक्स के शेयरों में जुलाई 2024 के पीक अब तक 55 पर्सेंट की गिरावट रही है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी इंडेक्स अपने ऑल टाइम हाई से तकरीबन 29% गिर चुका है। ऐसे में सवाल यह उठा रहा है कि क्या आगे और भी इन शेयरों में गिरावट जारी रहेगी या शेयरों में खरीदारी का वक्त आ चुका है।
डिफेंस सेक्टर में ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान पर फोकस की वजह से इस सेक्टर के शेयरों में पिछले कुछ समय में तेजी रही और कई डिफेंस शेयरों ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया। इंपोर्ट पर पाबंदी की वजह से कई कंपनियों का का स्टॉक 400 पर्सेंट तक चढ़ गया। हालांकि, हालिया प्रॉफिट बुकिंग के कारण मार्केट वैल्यूएशंस में तेज गिरावट दिखी है।
सबसे ज्यादा गिरावट मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स (Mazagon Dock Shipbuilders) के शयरों में देखने को मिली है। यह शेयर 5 जुलाई 2024 के 5,860 रुपये के अपनी पीक लेवल से 45 पर्सेंट नीचे है। कंपनी ने दिसंबर 2024 में 1:2 स्टॉक स्प्लिट को लागू किया था, जहां 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले एक मौजूदा शेयर को 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2 शेयरों में बांटा गया था। डिफेंस सेक्टर की एक और प्रमुख कंपनी कोचिन शिपयार्ड (Cochin Shipyard) 8 जुलाई के अपने रिकॉर्ड स्तर 2,979.45 रुपये से तकरीबन 52 पर्सेंट नीचे पर कारोबार कर रही है।
डिफेंस सेक्टर के कुछ अन्य सेक्टरों का हाल इस तरह है:
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड: 5 जुलाई 2024 को 2,833.80 रुपये पर था और अब इससे तकरीबन 51.80 पर्सेंट नीचे कारोबार कर रहा है।
डेटा पैटर्न (इंडिया) लिमिटेड: कंपनी के शेयर में 3,655 (5 जुलाई 2024) रुपये से तकरीबन 43.78 पर्सेंट की गिरावट है।
भारत डायनामिक्स: इसमें 38 पर्सेंट की गिरावट है।
डीसीएक्स सिस्टम्स लिमिटेड: इसमें 24.73 पर्सेंट की गिरावट है।
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स: इस कंपनी का शेयर पीक लेवल से 23.28 पर्सेंच नीचे है।
हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स: इस कंपनी का शेयर 5,674.75 रुपये के अपने पीक से 33.38 पर्सेंट नीचे है।
गिरावट के ट्रेंड के बावजूद एंटीक रिसर्च के एनालिस्ट्स को हालिया करेक्शन में खरीदारी का मौका नजर आ रहा है। जानकारों के मुताबिक, डोमेस्टिक डिफेंस प्रोडक्शन पर सरकार के लगातार फोकस, एक्सपोर्ट ऑर्डर में बढ़ोतरी आदि वजहें इस सेक्टर के लिए लॉन्ग टर्म ग्रोथ का अवसर मुहैया करा रही हैं।
जानकारों का मानना है कि स्वदेशीकरण पर जोर और भारत में हथियारों की बढ़ती मांग के मद्देनजर इंडियन डिफेंस सेक्टर का स्ट्रक्चर मजबूत है। स्टॉक्सबॉक्स में रिसर्च हेड मनीष चौधरी का कहना है कि डिफेंस सेक्टर स्टॉक में हालिया करेक्शन के बाद निवेश इन स्टॉक को मीडियम से लॉन्ग टर्म नजरिये के हिसाब से इकट्ठा कर सकते हैं।