कोलगेट पॉमोलिव इंडिया का प्रदर्शन चौथी तिमाही में कमजोर रहा। इसका असर कंपनी के शेयरों पर पड़ा है। 52 हफ्तों के हाई से कंपनी का स्टॉक 50 फीसदी से ज्यादा गिर चुका है। मार्केट में कंपनी की ग्रोथ को लेकर चिंता है। हालांकि, चौथी तिमाही में कमजोर प्रदर्शन में शहरों में कमजोर डिमांड और मार्केट में बढ़ती कॉम्पटिशन का बड़ा हाथ है। इसके चलते वॉल्यूम ग्रोथ अनुमान से कम रही। कोलगेट ओरल केयर सेगमेंट की मार्केट लीडर है।