Dollar Vs Rupee : बुधवार को डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 12 पैसे बढ़कर 86.44 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ है। जबकि मंगलवार को यह 86.56 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। मिरे एसेट शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी का कहना है कि मजबूत घरेलू शेयर बाजार और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण आज भारतीय रुपया लगातार चौथे कारोबारी सत्र में मजबूत हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट और एफआईआई की खरीदारी ने भी रुपये को सपोर्ट दिया है। जर्मनी द्वारा डिफेंस और बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाने के लिए मतदान किए जाने से यूरो में मजबूती के कारण बुधवार को अमेरिकी डॉलर में गिरावट आई। हालांकि, अमेरिका से आर्थिक आंकड़े पूर्वानुमान से बेहतर रहे। बैंक ऑफ जापान ने उम्मीदों के मुताबिक अपनी मौद्रिक नीति में कोई बदलाव नहीं किया है।
उम्मीद है कि सकारात्मक घरेलू बाजारों और नए एफआईआई निवेश के कारण रुपया सकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। कच्चे तेल की कीमतों में निरंतर हो रही गिरावट और डॉलर में कमजोरी भी रुपये को सहारा दे सकती है। FOMC बैठक से पहले निवेशक सतर्क रह सकते हैं। फेड द्वारा ब्याज दरों में किसी बदलाव की उम्मीद नहीं है। USDINR स्पॉट मूल्य के 86.20 रुपये से 86.80 रुपये के बीच कारोबार करने की उम्मीद है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिसर्च एनालिस्ट दिलीप परमार का कहना है कि भारतीय रुपये में सितंबर 2024 के बाद की सबसे लंबी तेजी देखने को मिली है। डॉलर के मुकाबले रुपए में लगातार छठे दिन तेजी देखने को मिली है। घरेलू इक्विटी में लगातार बिकवाली के बाद विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत में खरीदार करते दिखे है। इसके अलावा हाल में आए आर्थिक आंकड़े भी मजबूत रहे हैं। इससे बाजार का सेंटीमेंट सुधरा है। निकट भविष्य में रुपये के लिए स्थितियां अनुकूल बने रहने की उम्मीद है। स्पॉट USDINR के लिए सपोर्ट 86.42 से बढ़कर 86.17 पर आ गया है। जबकि इसके लिए 86.90 पर रेजिस्टेंस नजर आ रहा है।
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