Daily Voice : घटते मार्जिन से लेकर महंगाई और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से दरों में बढ़ोतरी जैसे कारणों के चलते बैंक शेयरों की हालत खराब रही है। फिर भी, कुछ मार्केट एनालिस्ट बैंकिंग शेयरों को लेकर बुलिश बने हुए हैं। आशिका ग्लोबल फ़ैमिली ऑफ़िस सर्विसेज़ के को-फाउंडर अमित जैन ऐसे ही एक आशावादी एनालिस्टों में से एक हैं। अमित सरकारी बैंकों को लेकर ज्यादा उत्साहित हैं। उनका मानना है कि पीएसयू बैंक मध्यम से लंबी अवधि में काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वर्तमान में पीएसयू बैंकों का वैल्यूएशन काफी सस्ता है है आगे ये वैल्यूएशन के मोर्चे पर निजी बैंकों का मुकाबला करते दिखेंगे।
अगले साल निफ्टी में 21000 तक का लेवल मुमकिन
भारतीय बैंकिग और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री का 18 सालों का अनुभव रखने वाले अमित का कहना है कि जून 2024 में आम चुनाव की तारीख तक निफ्टी 19000 से ऊपर टिका रहेगा। उन्होंने कहा "अगले साल चुनाव के बाद इस समय तक निफ्टी पर हमें 21000 तक का लेवल देखने को मिल सकता है"।
अमेरिका में मंदी की संभावना नहीं
अमित जैन उस खेमे में फिट नहीं बैठते जो मानता है कि अगले साल अमेरिका के मंदी में फंसने की उम्मीद है। अमित का कहना है कि खराब से खराब स्थिति में अमेरिका में मंदी आने की संभावना नहीं है। अगले छह महीनों में अमेरिका में ग्रोथ धीमी हो सकती है, लेकिन निश्चित रूप से अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए मंदी का डर नहीं है। मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में अपने विचार साझा करते हुए अमित जैन ने अर्थव्यवस्था में मजबूती कायम रहने और बाजारों में तेजी आने की उम्मीद जताई। यहां हम आपके लिए इस साक्षात्कार का संपादित अंश दे रहे हैं।
बैंकिंग सेक्टर, खासतौर पर क्वालिटी पीएसयू बैंकों को लेकर बुलिश
सितंबर तिमाही के नतीजों पर बात करते हुए अमित ने कहा कि बैंकिंग सेक्टर और आईटी सेक्टर के अब तक आए ज्यादातर नतीजे उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं। पहले से ही बैंकिंग सेक्टर के मजबूत नतीजों और आईटी में औसत नतीजों की उम्मीद थी। अब आए अधिकांश नतीजों में यही पैटर्न देखने को मिल रहा है। उम्मीद के मुताबिक ही पीएसयू बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के मुनाफे में तो सालाना आधार पर 70 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। अमित का कहना है कि वे पूरे बैंकिंग सेक्टर, खासतौर पर क्वालिटी पीएसयू बैंकों को लेकर बुलिश हैं।
बाजार पर बात करते हुए अमित ने कहा कि पिछले छह महीनों में भारतीय शेयर बाजार ने दुनिया के लगभग सभी शेयर बाजारों से बेहतर प्रदर्शन किया है। पिछले छह महीनों में डाओ जोंस लगभग सपाट या फिर निगेटिव रहा है। हालांकि, इस अवधि में निफ्टी 50 इंडेक्स ने 12 फीसदी का रिटर्न दिया है, जो कि किसी भी पैमाने से बेहतर प्रदर्शन है।
करेक्शन में क्विलटी शेयरों में करें निवेश
ऐसे में भारतीय शेयर बाजारों में मौजूदा समय में चल रहा करेक्शन घरेलू निवेशकों के लिए सही सेक्टरों और शेयरों में निवेश करने का एक शानदार मौका दिखाई दे रहा है। अमित जैम की राय है कि पीएसयू शेयरों में अभी और तेजी देखने को मिल सकती है। पिछले एक साल में पीएसयू बैंक शेयरों ने 60 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसने भारतीय शेयर बाजार के किसी भी सेक्टर को मीलों पीछे छोड़ दिया है। पीएसयू शेयरों की ये तेजी मध्यम से लंबी अवधि में जारी रहेगी। अमित पीएसयू सेक्टर में भी बैंकों और एनर्जी कंपनियों को लेकर बेहद बुलिश हैं।
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