Daily Voice: यूनियन एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Union Asset Management Company) के हार्दिक बोरा का मानना है कि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन के एक बड़े खिलाड़ी के तौर पर उभर रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर बढ़ते फोकस और पीएलआई जैसी स्कीम से मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्रियल सेक्टर को जबरदस्त पुश मिल रहा है। फाइनेंशियल सेक्टर का 14 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले हार्दिक बोरा इंडस्ट्रियल सेक्टर को लेकर बुलिश हैं। मनीकंट्रोल के साथ हुई बतचीत में उन्होंने कहा कि देश में प्राइवेट सेक्टर की कंपनियां भी विस्तार पर निवेश बढ़ा रही हैं। इसके साथ ही फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्टर में लगातार हो रही ग्रोथ के चलते भारत मैन्युफैक्चरिंग में अपनी मजबूत पहचान बनाने के लिए अग्रसर है।
इकोनॉमी देगी पॉजिटिव सरप्राइज
आगे भारत की ग्रोथ रेट तमाम विकसित और विकासशील देशों से ज्यादा रहेगी। सरकार द्वारा नीतियों में पॉजिटिव बदलाव के चलते आगे हमारी इकोनॉमी पॉजिटिव सरप्राइज दे सकती है। बाजार पर बात करते हुए हार्दिक बोरा ने कहा कि वे खपत से जुड़े हाई टिकट स्टॉक्स पर बुलिश हैं। जिनमें रियल एस्टेट भी शामिल हैं। पिछले एक दशक के कमजोर प्रदर्शन के बाद रियल एस्टेट में औसत से ज्यादा ग्रोथ की संभावना दिखा रहा है।
कैपिटल गुड्स, इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट से जुड़ी कंपनियों में आएगी तेजी
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का कहना है कि भारत 2023 में ग्लोबल ग्रोथ में 15 फीसदी का अहम योगदान देने के लिए तैयार है। सरकार बुनियादी ढांचे के विकास, कर सुधार और दूसरे नितिगत उपायों के जरिए विकास को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है। देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर फोकस है। पूंजीगत व्यय और बुनियादी ढांचे के विकास पर सरकार के फोकस से आगे देश में व्यापक आधार वाले ग्रोथ की संभावना है। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर पर बढ़ते फोकस के चलते भारत ग्लोबल सप्लाई चेन में अहम भूमिका निभाने के लिए तैयार है। ऐसे में कैपिटल गुड्स, इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियों में अगले 5 सालों में जोरदार ग्रोथ देखने को मिलेगी।
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग पर सरकार का फोकस बना हुआ है। इसके लिए सरकार कई पीएलआई स्कीम लेकर आई है। इसके चलते आगे भारत में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में मजबूत ग्रोथ देखने को मिल सकती है। ऐसे में हमें इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े स्टॉक पर नजर रखनी चाहिए।
छोटे-मझोले शेयरों में रहेगी तेजी
क्या आगे मिड और स्माल कैप शेयरों में तेजी देखने को मिलेगी। इस सवाल के जवाब में हार्दिक बोरा ने कहा कि स्माल और मिडकैप वे 31 दिसंबर 2022 को खत्म हुए साल में लार्ज कैप की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया है। ऐसे में 2023 में स्माल और मिडकैप में अच्छी तेजी रहने की संभावना है।
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