Daily Voice : मेरा मानना है कि आरबीआई अपनी अक्टूबर पॉलिसी मीट में ब्याज दरों में बढ़ोतरी पर विराम लगाए रखने की नीति पर कायम रहेगा। बाजार के लिए कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त बड़ी परेशानी साबित हो सकता है। ब्रेंट का भाव 90 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार कर चुका है। ये बाजार के लिए चिंता की बात है। महंगाई रोकने की नीति के तहत आरबीआई की नजरें कच्चे तेल की कीमतों पर बनीं रहेंगी। ये बातें एक्सिस सिक्योरिटीज पीएमएस के पोर्टफोलियो मैनेजर निशित मास्टर ने मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में कही हैं। फाइनेंशियल सर्विसेज इंडस्ट्री में 18 सालों से ज्यादा के अनुभव के साथ, निशित का कहना है कि महंगे वैल्यूएशन को देखते हुए मौजूदा स्तरों पर स्मॉल और मिडकैप शेयरों में खरीदारी करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।
भारत दुनिया के सबसे महंगे बाजारों में से एक, लेकिन बबल नहीं
भारतीय बाजारों पर बात करते हुए निशित ने कहा कि दुनिया की दूसरी अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में बेहतर ग्रोथ आउटलुक के कारण भारत दुनिया में सबसे महंगे बाजारों में से एक बना हुआ है। भारतीय बाजार फिलहाल दूसरे उभरते बाजारों के मुकाबले करीब 75 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है। जबकि इसका लॉन्ग टर्म एवरेज प्रीमियम 40 फीसदी रहा है। अगर एक साल आगे के नजरिए से देखें तो निफ्टी अपने एक साल आगे के अर्निंग के 20 गुना पर कारोबार कर रहा है, जबकि इसका दीर्घकालिक औसत 18 गुना है। हालांकि मौजूदा मार्केट मल्टिपल लॉन्ग टर्म औसत से ज्यादा है। लेकिन अभी भी ये बबल जोन में नहीं है। बाजार में फिलहाल स्मॉल और मिडकैप सेक्टर में फुलाव दिख रहा है। ऐसे में स्मॉल और मिडकैप में निवेश करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।
सितंबर तिमाही में फार्मा और इंडस्ट्रियल्स के नतीजे रहेंगे अच्छे
सितंबर तिमाही के नतीजों की बात करते हुए निशित मास्टर ने कहा कि उम्मीद है कि सितंबर तिमाही में फार्मा, इंडस्ट्रियल्स समेत कैपिटल गुड्स, ऑटो/ऑटो एंसिलरीज, बैंक और एनबीएफसी के नतीजे मजबूत रहेंगे। जबकि मेटल, आईटी और केमिकल इस तिमाही में कमजोर प्रदर्शन कर सकते हैं।
मिड और स्मॉल कैप को लेकर रहें सावधान
मिड और स्मॉलकैप में अब क्या हो रणनीति इस पर बात करते हुए निशित मास्टर ने कहा कि वर्तमान स्तरों पर मिड और स्मॉल कैप में खरीदारी करते समय बहुत सावधान रहने की जरूरत है। ये स्टॉक काफी महंगे हो गए हैं। लेकिन इन सेक्टर्स में अभी भी कई ऐसे क्वालिटी शेयर अच्छे भाव पर मिल रहे हैं जिनमें आगे काफी अच्छा कैश फ्लो जेनरेट करने की क्षमता है। इनमें निवेश किया जा सकता है।
डिफेंस स्टॉक पसंद, लेकिन वैल्यूएशन हुआ महंगा
डिफेंस शेयरों पर अपनी राय देते हुए निशित मास्टर ने कहा कि उनको डिफेंस स्टॉक पसंद । ये स्टॉक भारत की ग्रोथ स्टोरी के साथ जुड़े हुए हैं। लेकिन वर्तमान में डिफेंस शेयरों का वैल्यूएशन काफी महंगा दिख रहा है। बाजार भागीदारों को इस सेक्टर में उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहना चाहिए। उम्मीद है कि रक्षा कंपनियों की ऑर्डर बुक और कमाई बढ़ती रहेगी, लेकिन यह ग्रोथ एक समान नहीं होगी। बीच-बीच में हमें ऐसी तिमाहियां या साल देखने को मिल सकते हैं जिनसे हमें निराशा हो सकता है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।