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फेड रेट हाइक, गिरते रुपये और यूक्रेन में बढ़ते तनाव के बीच दलाल स्ट्रीट पर छाई मंदी

बीएसई सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट गैप सबसे ज्यादा गिरा

अपडेटेड Sep 24, 2022 पर 11:14 AM
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FIIs ने बीते हफ्ते में 4,361.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि DIIs ने 1137.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं

शुक्रवार 23 सितंबर को समाप्त हुए लगातार दूसरे हफ्ते में भारतीय बाजार में और 1 प्रतिशत की गिरावट आई। फेड ने अपेक्षित तीसरी सीधी पॉलिसी की घोषणा में ब्याज दरों में 75 बीपीएस की बढ़ोतरी की। फेड के रेट हाइक के साथ, रुपये में रिकॉर्ड गिरावट, एफआईआई की बिक्री और रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण बाजार में गिरावट बढ़ती नजर आई।

पिछले हफ्ते के दौरान बीएसई सेंसेक्स 741.87 अंक या 1.26 प्रतिशत फिसलकर 58,098.92 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 203.55 अंक या 1.16 प्रतिशत गिरकर 17,327.30 के स्तर पर बंद हुआ।

विगत हफ्ते बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में 1.3 प्रतिशत की गिरावट आई। इसके तहत Vinyl Chemicals (India), Sindhu Trade Links, KBC Global, Can Fin Homes, Future Lifestyle Fashions, JSW Holdings, Navkar Corporation, Balmer Lawrie Investment और Tata Investment Corporation में कमजोरी रही। वहीं JTL Infra, Dish TV India, PC Jeweller, Schneider Electric Infrastructure, Hercules Hoists, Tourism Finance Corp of India, Shree Renuka Sugars, Sterling and Wilson Renewable Energy और DB Realty के शेयरों में बढ़त देखने को मिली।


पिछले हफ्ते बीएसई लार्ज कैप इंडेक्स में 1.25 प्रतिशत की गिरावट आई। इसे Power Grid Corporation of India, Shree Cements, GAIL India, Indus Towers, Adani Transmission, Info Edge India, UltraTech Cement, Star Health & Allied Insurance Company, NTPC और Tata Power Company के शेयरों ने नीचे खींचा। जबकि Adani Wilmar, Marico, Sun Pharmaceutical Industries, Hindustan Unilever, ITC, Ambuja Cements और Britannia Industries जैसे शेयरों में 4-12 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।

बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 1 प्रतिशत गिरा। इसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज, Schaeffler इंडिया, गोदरेज प्रॉपर्टीज, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स, श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कॉरपोरेशन, ग्लैंड फार्मा, डालमिया भारत और केनरा बैंक में 6-14 प्रतिशत की गिरावट आई।

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बीएसई सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्ट्रीज को मार्केट कैप के मामले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उसके बाद एचडीएफसी बैंक, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक का मार्केट गैप सबसे ज्यादा गिरा। दूसरी ओर हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, बजाज फाइनेंस और सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में इजाफा देखने को मिला। (डिस्क्लोजर: Moneycontrol.com नेटवर्क 18 का हिस्सा है। नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)

सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तो बीएसई पावर इंडेक्स 5 प्रतिशत, बीएसई रियल्टी इंडेक्स 4 प्रतिशत और बीएसई कैपिटल गुड्स इंडेक्स 3 प्रतिशत गिर गया। हालांकि, बीएसई एफएमसीजी इंडेक्स में 3.6 प्रतिशत, बीएसई हेल्थकेयर और ऑटो इंडेक्स में 1-1 प्रतिशत की तेजी आई।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बीते हफ्ते में 4,361.77 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1137.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सितंबर के महीने में अब तक FIIs ने 2,445.82 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची। जबकि DIIs ने 1,868.54 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।

पिछले कारोबारी हफ्ते में भारतीय रुपया पहली बार 81 के स्तर को पार कर नए रिकॉर्ड निचले स्तर (81.24) को छू गया। यह 23 सितंबर को 125 पैसे की गिरावट के साथ 80.99 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। जबकि 16 सितंबर को यह 79.74 के स्तर पर बंद हुआ था।

 

 

 

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