Market Next Week: पिछला कारोबारी सप्ताह इक्विटी मार्केट के लिए शानदार रहा। सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) करीब एक फीसदी की तेजी के साथ शानदार ऊंचाई पर बंद हुए। हालांकि लगातार 8 कारोबारी सत्रों में तेजी के चलते शुक्रवार को मुनाफावसूली हुई और घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स में सुस्ती आई। बीएसई सेंसेक्स 575 अंकों के उछाल के साथ 62868 और निफ्टी 183 अंकों की तेजी के साथ 18696 पर बंद हुआ। सभी सेक्टर्स में पिछले हफ्ते तेजी का रूझान रहा। अब अगले कारोबारी सप्ताह की बात करें तो रेलिगेयर ब्रोकिंग के वाइस प्रेसिडेंट (टेक्निकल रिसर्च) अजीत मिश्र का मानना है कि केंद्रीय बैंक आरबीआई के एमपीसी बैठक के नतीजे का असर रहेगा। उनका मानना है कि निफ्टी 19 हजार के लेवल को छू सकता है। अगले कारोबारी हफ्ते ये 10 बातें बाजार की चाल को तय करेंगी।
अगले कारोबारी हफ्ते में 5-7 दिसंबर को मौद्रिक नीतियों के समिति की बैठक होनी है। बाजार की निगाहें इस पर रहेगी। कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) इंफ्लेशन 6 फीसदी से ऊपर है तो ऐसे में बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस के मुताबिक रेट हाइक के आसार दिख रहे हैं लेकिन इस बार इसमें 25-35 बीपीएस (0.25%-0.35%) की बढ़ोतरी हो सकती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक कमोडिटी की गिरती कीमतों के चलते इस बार रेट हाइक में सुस्ती रह सकती है।
ब्याज दर पर केंद्रीय बैंक आरबीआई के फैसले के अलावा अगले कारोबारी हफ्ते नवंबर महीने के सर्विसेज पीएमआई और कंपोजिट पीएमआई के आंकड़े सोमवार को जारी होंगे। अक्टूबर में एसएंडपी ग्लोबल सर्विसेज पीएमआई 55.1 था जबकि सितंबर में यह छह महीने के निचले स्तर 54.3 पर था। इसके अलावा 2 दिसंबर को समाप्त होने वाले सप्ताह के विदेशी मुद्रा भण्डार के आंकड़े शुक्रवार को जारी होंगे।
वैश्विक मैक्रोइकनॉमिक डेटा
अगले हफ्ते अमेरिका, यूरो जोन, जापान और चीन में ये प्रमुख आंकड़े आएंगे जिनसे बाजार की चाल प्रभावित हो सकती है-
आज तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक+ की बैठक है। इस बैठक के फैसले का असर तेल की कीमतों पर दिख सकता है। तेल की कीमतों का असर बाजार की चाल पर भी दिखता है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर उत्पादन में कटौती नहीं होती है तो तेल सस्ता हो सकता है। इसके अलावा यूरोपीय यूनियन ने रूस के तेल पर जो प्रतिबंध जून में लगाया था, वह कल 5 दिसंबर से प्रभावी हो जाएगा तो इसका भी असर बाजार पर दिख सकता है।
आने वाले कारोबारी हफ्तो में विदेशी संस्थागत निवेशकों का रूझान भी बाजार को प्रभावित करेगा। पिछले हफ्ते एफआईआई (फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इंवेस्टर्स) ने 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक के शेयरों की नेट खरीदारी की जो लंबे समय बाद साप्ताहिक निवेश रहा। नवंबर में एफआईआई ने 22500 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे जो फरवरी 2021 के बाद से सबसे अधिक रहा। विशेषज्ञों के मुताबिक अगले कारोबारी हफ्ते में विदेशी निवेशकों का रूख डॉलर इंडेक्स से तय होगा। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के मुताबिक अगर डॉलर इंडेक्स में मजबूती के संकेत दिखते हैं तो एफआईआई बिकवाली कर सकते हैं।
एग्रोकेमिकल कंपनी धर्मज क्रॉप गार्ड (Dharmaj Crop Guard) के शेयरों का अलॉटमेंट कल फाइनल होगा और गुरुवार को लिस्टिंग है। ग्रे मार्केट में इसके शेयर इश्यू के 216-237 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड के अपर प्राइस से 55 रुपये की GMP (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर ट्रेड हो रहे हैं। इसके अलावा इंजीनियर्ड सिस्टम्स बनाने वाली यूनीपार्ट्स इंडिया के शेयरों का भी अलॉटमेंट अगले हफ्ते 7 दिसंबर को फाइनल होगा लेकिन लिस्टिंग उसके अगले हफ्ते 12 दिसंबर को हो सकती है।
लगातार 8 कारोबारी सत्रों में तेजी के चलते शुक्रवार को मुनाफावसूली हुई और निफ्टी 50 बियरिश कैंडल के साथ बंद हुआ। हालांकि साप्ताहिक स्तर पर इसने बुलिश कैंडल बनाया हुआ है और लगातार सातवें हफ्ते इसने हायर हाई बनाया है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि 18500-18600 जोन के सपोर्ट से निफ्टी 50 आने वाले कारोबारी हफ्तों में 19 हजार के लेवल पर पहुंच सकता है।
ऑप्शन डेटा से संकेत मिल रहे हैं कि शॉर्ट टर्म में निफ्टी 50 18500-19000 के रेंज में ट्रेड हो सकता है। घरेलू ब्रोकरेज फर्म आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक सबसे अधिक कॉल बेस 18800 स्ट्राइक पर दिख रहा है और पुट बेस 18500 की स्ट्राइक पर दिख रहा है। ऐसे में ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि निफ्टी एक बार फिर 18500 के लेवल पर फिसल सकता है। इसके अलावा विदेशी निवेशक अगर निकासी करते हैं तो इसका भी दबाव निफ्टी पर दिख सकता है।
वोलेटिलिटी इंडेक्स इंडिया वीआईएक्स दो हफ्ते से अधिक समय से 15 के नीचे बना हुआ है। इससे बुल को राहत मिली हुई है लेकिन साप्ताहिक आधार पर यह 0.9 फीसदी उछलकर 13.45 के लेवल पर पहुंच गया। ऐसे में एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले सत्रों में अगर इसी लेवल के आस-पास यह बना रहता है तो बाजार में स्थिरता बढ़ेगी और निफ्टी 19 हजार के लेवल के करीब पहुंच सकता है।
अगले हफ्ते होने वाली अहम कॉरपोरेट गतिविधियों के बारे में नीचे दिया जा रहा है-
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