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Deccan Transcon Leasing IPO Listing: 7% प्रीमियम पर शेयरों का सफर शुरू, फिर मुनाफावसूली ने बनाया दबाव

Deccan Transcon Leasing IPO Listing: डेक्कन ट्रांसकॉन लीजिंग टैंक कंटेनर्स लीज पर देती है और अलग-अलग सेक्टर के क्लाइंट्स को लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था। आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई है। चेक करें कंपनी की कारोबार सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

अपडेटेड Sep 24, 2024 पर 4:02 PM
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Deccan Transcon IPO : कंपनी इस ऑफर से मिले पैसे का इस्तेमाल टैंक कंटेनरों की खरीद के लिए होने वाले खर्च को पूरा करने, अपनी कार्यशील पूंजी जरूरतों को पूरा करने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी

Deccan Transcon Leasing IPO Listing: टैंक कंटनेर लीज पर देने वाली डेक्कन ट्रांसकॉन लीजिंग के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 102 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 108 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 116.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 7.41 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Deccan Transcon Leasing Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 110.20 रुपये (Deccan Transcon Leasing Share Price)  के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 2.03 फीसदी मुनाफे में हैं।

Deccan Transcon Leasing IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस

डेक्कन ट्रांसकॉन का ₹65.06 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-19 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 102.60 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 42.07 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 147.76 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 127.18 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 59.66 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 5 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी टैंक कंटेनर्स जुटाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।


Deccan Transcon Leasing के बारे में

वर्ष 2007 में बनी डेक्कन ट्रांसकॉन लीजिंग टैंक कंटेनर्स लीज पर देती है और अलग-अलग सेक्टर के क्लाइंट्स को लॉजिस्टिक और सप्लाई चेन सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसके सर्विसेज को मुख्य रूप से दो कैटेगरी में बांटा जा सकता है- कंटेनर्स को लीज पर देना और शिपिंग एंड फ्रेट फॉरवर्डिंग। इसका कारोबार 40 देशों में फैला हुआ है और इसकी एजेंसियां यूरोप, एशिया, ओशनिया, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और यूएसए में है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 5.19 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 8.56 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 11.82 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू महज 0.14 फीसदी की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 153.63 करोड़ रुपये पर पहुंचा।

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