Western Carriers IPO Listing: टाटा स्टील और वेदांता जैसी दिग्गज कंपनियों को लॉजिस्टिक्स सर्विसेज मुहैया कराने वाली वेस्टर्न कैरियर्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 31 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 172 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी 170 रुपये और NSE पर 171.00 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि उनकी पूंजी ही घट गई। हालांकि लिस्टिंग के बाद शेयर ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह 177.00 रुपये (Western Carriers Share Price) पर पहुंच गया। मुनाफावसूली के चलते दिन के आखिरी में यह 159.45 रुपये पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 7.29 फीसदी घाटे में हैं।
Western Carriers IPO को मिला था शानदार रिस्पांस
वेस्टर्न कैरियर्स का ₹492.88 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 13-19 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 31.69 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 28.81 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 46.68 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 26.92 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 400.00 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 54 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिलेगा। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कर्ज चुकाने, कॉमर्शियल गाड़ियों की खरीदारी, 40 फीट के स्पेशल कंटेनर और 20 फीट के नॉर्मल शिपिंग कंटेनर की खरीदारी और स्टैकर्स के साथ-साथ आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
Western Carriers के बारे में
मार्च 2011 में बनी वेस्टर्न कैरियर्स सड़क, रेल, पानी और हवाई रास्ते से लॉजिस्टिक्स की सर्विसेज देती है। इसके ग्राहकों की बात करें तो यह हिंडाल्को. टाटा स्टील, जिंदल स्टेनलेस, जेएसडब्ल्यू स्टील, वेदांता, हिंदुस्तान यूनीलीवर. टाटा कंज्यूमर, गुजरात हैवी केमिकल्स और स्लीपवेल और डीएचएल लॉजिस्टिक्स इत्यादि को सर्विसेज देती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 61.13 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 71.57 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 80.35 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 7 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 1,691.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।