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Meesho के चलते Delhivery के शेयर धड़ाम, इस कारण IPO से पहले ही मीशो ने बना दिया दबाव

Meesho vs Delhivery: लॉजिस्टिक्स सर्विेसेज मुहैया कराने वाली दिग्गज कंपनी डेल्हीवरी (Delhivery) की करीब तीन साल पहले घरेलू स़्टॉक मार्केट में एंट्री हुई थी। वहीं ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो का आईपीओ कल 3 दिसंबर को खुलने वाला है। हालांकि लिस्टिंग के करीब एक हफ्ते पहले ही मीशो के चलते इस वजह से डेल्हीवरी के शेयर धड़ाम हो गए

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Dec 02, 2025 पर 4:10 PM
Meesho के चलते Delhivery के शेयर धड़ाम, इस कारण IPO से पहले ही मीशो ने बना दिया दबाव
Meesho vs Delhivery: कल 3 दिसंबर को मीशो का आईपीओ खुलेगा और आज डेल्हीवरी का शेयर धड़ाम हो गया। यह दोनों बातें अलग नहीं है बल्कि इनके बीच गहरा कनेक्शन है।

Meesho vs Delhivery: कल 3 दिसंबर को मीशो का आईपीओ खुलेगा और आज डेल्हीवरी का शेयर धड़ाम हो गया। यह दोनों बातें अलग नहीं है बल्कि इनके बीच गहरा कनेक्शन है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज की रिपोर्ट में जिक्र किया गया है कि मीशो अपनी खुद की लॉजिस्टिक्स इकाई वाल्मो (Valmo) पर अपना झुकाव बढ़ाती जा रही है और इसका झटका डेल्हीवरी के कारोबार पर दिख सकता है। इस वजह से डेल्हीवरी के शेयर आज धड़ाम हो गए। आज बीएसई पर यह 1.72% की गिरावट के साथ ₹410.45 (Delhivery Share Price) पर बंद हुआ है। वहीं इंट्रा-डे में यह 1.83% टूटकर ₹410.00 तक आ गया था।

Meesho vs Delhivery: क्या है जेफरीज की रिपोर्ट में

वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने अपने लेटेस्ट नोट में डेल्हीवरी को ₹390 के टारगेट प्राइस के साथ अंडरफॉर्म रेटिंग को बरकरार रखा है। जेफरीज ने इस बात का जिक्र किया है कि मीशो के आईपीओ ड्राफ्ट के मुताबिक इस वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में मीशो ने वाल्मो (Valmo) के जरिए करीब 29.6 करोड़ ऑर्डर्स पर काम किया जबकि इसी दौरान डेल्हीवरी जैसी एंड-टू-एंड एक्सप्रेस पार्सल डिलीवरी कंपनियों के जरिए 18 करोड़ ऑर्डर्स पर काम हुआ। यहां पहले के रुझानों में तेजी से बदलाव दिखा है, जब अधिकतर ऑर्डर्स थर्ड पार्टी डिलीवरी कंपनियों के जरिए भेजे जाते थे।

जेफरीज का कहना है कि मीशो के शिपमेंट्स का करीब 50% हिस्सा अब डेल्हीवरी जैसे थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर्स की तुलना में वाल्मो बहुत कम लागत पर हैंडल करती है। जेफरीज का अनुमान है कि चूंकि डेल्हीवरी के वित्त वर्ष 2025 के रेवेन्यू में मीशो की करीब 16% हिस्सेदारी थी तो मीशो का इनसोर्सिंग की ओर रुख डेल्हीवरी के एक्सप्रेस पार्सल की ग्रोथ पर भारी पड़ सकता है।

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