एचडीएफसी सिक्योरिटीज (HDFC Securities) में इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के हेड उन्मेश शर्मा (Unmesh Sharma) ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कहा कि कैपिटल गुड्स स्पेस पर उनका नजरिया बुलिश है। उम्मीद है कि आगे कैपिटल गुड्स कंपनियों की ऑर्डर बुक में जोरदार मजबूती देखने को मिलेगी। प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर की तरफ से क्षमता और कारोबार विस्तार पर होने वाले खर्च से कैपिटल गुड्स कंपनियों को फायदा होगा। उन्मेश का कहना है कि देश में निवेश-आधारित ग्रोथ पर केंद्र सरकार के फोकस से कैपिटल गुड्स और इंफ्रा जैसे सेक्टरों को फायदा होगा। हालांकि, इन सेक्टरों में निवेश का फैसला लेने से पहले इनके वैल्यूशन पर विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। इन सेक्टरों की कई कंपनियां इस समय काफी महंगी दिख रही हैं।
नए जमाने की टेक कंपनियों के लिए पूंजी की बढ़ती लागत एक बड़ी समस्या
कैपिटल मार्केट का 18 साल से ज्यादा का अनुभव रखने वाले उन्मेश शर्मा का मानना है कि न्यू-एज टेक्नोलॉजी सेक्टर की कंपनियों (इनमें भी खासकर निजी स्वामित्व वाली कंपनियों) की मुश्किलें अभी दूर नहीं हुई हैं। नए जमाने की टेक कंपनियों के लिए पूंजी की बढ़ती लागत एक बड़ी समस्या है। इस सेक्टर की अधिकांश कंपनियां मुनाफे में नहीं हैं। ऐसे में इस सेक्टर में बहुत ही सेलेक्टिव रहने की जरूरत है। इस बातचीत में उन्मेश शर्मा ने आगे कहा कि एचडीएफसी सिक्योरिटीज के पसंदीदा सेक्टर लार्जकैप बैंक, इडस्ट्रियल और रियल एस्टेट, पावर, फार्मा, गैस और कैपिट मार्केट हैं।
घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़े शेयरों और इंडस्ट्रियल शेयरों का वेटेज ज्यादा
आप वित्त वर्ष 2024 में अपनी मेहनत की कमाई (सेक्टरों के लिहाज से) कहां लगाना चाहते हैं? इस सवाल पर उन्मेश शर्मा ने कहा कि उनका मानना है कि वर्तमान अनिश्चित ग्लोबल मैक्रो वातावरण में एक्टिव रणनीतियां ही काम करेंगी। एचएसआईई मॉडल पोर्टफोलियो में घरेलू अर्थव्यवस्था से जुड़े शेयरों और इंडस्ट्रियल शेयरों का वेटेज ज्यादा है। इनमें देश में सरकार और निजी क्षेत्र दोनों के तरफ से होने वाले निवेश का फायदा मिलेगा।
खपत वाले शेयरों, ऊर्जा और छोटे बैंक पर अंडरवेट
उन्मेश शर्मा ने इस बातचीत में बताया कि एचडीएफसी सिक्योरिटीज लार्जकैप बैंक, इंडस्ट्रियल और रियल एस्टेट, पावर, फार्मा, गैस और फाइनेंशियल सेक्टर पर ओवरवेट है। वहीं, दूसरी तरफ ये खपत वाले शेयरों (स्टेपल और गैर-जरूरी उपभोक्ता वस्तु), ऊर्जा और छोटे बैंक पर अंडरवेट है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।