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Dinshaw Irani Top Picks : ट्रेड डील पर पॉजिटिव खबरें आने की उम्मीद, किसी भी अच्छी खबर पर बाजार ऊपर जाने को तैयार

Stock market : दूसरी तिमाही के नतीजों पर बात करते हुए दिनशॉ ईरानी ने कहा कि इस तिमाही में निराशा कम मिली है और पॉजिटिव सरप्राइज ज्यादा रहे है। सबसे ज्यादा पॉजिटिव सरप्राइज तो बैंकिंग शेयरों ने दिया है। बैंकों ने असेट और लाइबिलिटी दोनों साइड को काफी अच्छा मैनेज किया है। इसके अलावा खपत से जुड़ी कंपनियों के नतीजे भी काफी अच्छे दिखे

MoneyControl Newsअपडेटेड Nov 12, 2025 पर 1:55 PM
Dinshaw Irani Top Picks : ट्रेड डील पर पॉजिटिव खबरें आने की उम्मीद, किसी भी अच्छी खबर पर बाजार ऊपर जाने को तैयार
कैपिटल गुड्स शेयरों पर बात करते हुए दिनशॉ ईरानी ने कहा कि इस सेक्टर की कंपनियों के ऑर्डरबुक तो काफी अच्छे हैं। लेकिन ऑर्डरों के एक्जीक्यूशन को लेकर परेशानियां दिख रही है

Market Insights : मार्केट आउटलुक पर चर्चा करते हुए Helios India के CEO दिनशॉ ईरानी ने कहा कि अगर इस समय बाजार को एक छोटी से अच्छी खबर भी मिल जाए तो इसमें जोरदार तेजी आ सकती है। बाजार अब तक सारी खराब खबरों को पचा चुका है। एफआईआई भी किनारे बैठ कर इंतजार कर रहे हैं कि कब अच्छा मौका मिले और वे हमारे बाजारों में हाथ आजमाएं। आज भारत और अमेरिका के बीच कोई अच्छी ट्रेड डील हो जाती है तो बाजार में जोश भर जाएगा।

दूसरी तिमाही के नतीजों पर बात करते हुए दिनशॉ ईरानी ने कहा कि इस तिमाही में निराशा कम मिली है और पॉजिटिव सरप्राइज ज्यादा रहे है। सबसे ज्यादा पॉजिटिव सरप्राइज तो बैंकिंग शेयरों ने दिया है। बैंकों ने असेट और लाइबिलिटी दोनों साइड को काफी अच्छा मैनेज किया है। इसके अलावा खपत से जुड़ी कंपनियों के नतीजे भी काफी अच्छे दिखे।

NBFC कंपनियों पर बात करते हुए दिनशॉ ईरानी ने कहा कि एमएसएमई के चलते NBFC कंपनियों की ग्रोथ पर थोड़ा असर देखने को मिल सकता है। एमएसएमई की तरफ से होने वाली क्रेडिट डिमांड में अभी ग्रोथ नहीं आई है। लेकिन अब इसमें सुधार के संकेत आने लगे हैं। ऐसे में अब NBFC शेयर, खासकर रिटेल फेसिंग NBFC अच्छे लग रहे हैं। यहां से शेयर अच्छा करेंगें। NBFCs के लिए दिसंबर तिमाही अच्छा हो सकता है।

कैपिटल गुड्स शेयरों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि इस सेक्टर की कंपनियों के ऑर्डरबुक तो काफी अच्छे हैं। लेकिन ऑर्डरों के एक्जीक्यूशन को लेकर परेशानियां दिख रही है। तमाम प्राइवेट कंपनियों ने ऑर्डर तो दे रखें हैं लेकिन डिमांड में कमजोरी के देखते हुए इन पर काम रुका हुआ है। अगर इकोनॉमी में मांग बढ़ेगी तो प्राइवेट कैपेक्स भी बढ़ेगा। इसका फायदा कैपिटल गुड्स कंपनियों को मिलेगा। अब मांग बढ़ने के संकेत मिलने भी लगे हैं। ऐसे में कई छोटी घरेलू कैपिटल गुड्स कंपनियां निवेश के लिए अच्छी लग रही हैं, इनका वैल्यूएशन अच्छा नजर आ रहा है। हालांकि, इस सेक्टर के बड़े नाम काफी महंगे दिख रहे हैं।

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