DLF Shares: चार वजहों से CLSA डीएलएफ पर फिदा, शेयर जाएगा ₹1000 के पार!

DLF Shares: डीएलएफ के शेयरों को लेकर ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए काफी बुलिश है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि इसके शेयर ₹1000 के पार पहुंच सकते है। सीएलएसए ने इसके प्री-सेल्स के अनुमान को भी बढ़ा दिया है। जानिए कि सीएलएसए डीएलएफ को लेकर इतना बुलिश क्यों है और पियर्स के मुकाबले इस पर अधिक दांव क्यों लगा रहा है?

अपडेटेड Jul 01, 2025 पर 3:51 PM
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ब्रोकरेज फर्म CLSA ने ₹1025 के टारगेट प्राइस पर DLF को हाई कंविक्शन आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है।

DLF Shares: वैश्विक ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए के बुलिश रुझान के चलते डीएलएफ के शेयरों में आज खरीदारी का अच्छा रुझान है। सीएलएसए ने इसके शेयरों के ₹1000 के पार जाने की उम्मीद जताई तो निवेशक इस पर टूट पड़े। इससे शेयर डेढ़ फीसदी से अधिक उछल गए। हालांकि इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया तो अधिकतर तेजी खत्म हो गई लेकिन शेयर अब भी ग्रीन जोन में हैं। आज बीएसई पर यह 0.59% की बढ़त के साथ ₹842.50 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 1.66% उछलकर ₹851.50 के भाव (DLF Share Price) पर पहुंच गया था।

DLF पर क्यों है CLSA बुलिश?

ब्रोकरेज फर्म सीएलएसए ने ₹1025 के टारगेट प्राइस पर डीएलएफ को हाई कंविक्शन आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है। इसका कहना है कि डीएलएफ लगातार अपने गाइडेंस से बेहतर परफॉरमेंस कर रही है। इसके प्रोजेक्ट्स फटाफट बिक जा रहे हैं तो भी इसने संतुलित होकर सप्लाई किया है। हाल ही में इसके प्रोजेक्ट प्रिवाना नॉर्थ की ₹11000 करोड़ की मजबूत प्री-सेल्स रही और अब सीएलएसए का अनुमान है कि इस वित्त वर्ष 2026 में कंपनी अपनी प्री-सेल्स गाइडेंस को पार कर जाएगी। ब्रोकरेज फर्म ने डीएलएफ के लिए वित्त वर्ष 2026-28 के प्री-सेल्स अनुमान में 20-30% की बढ़ोतरी की है। सीएलएसए का मानना है कि चार अहम वजहों के चलते पियर्स की तुलना में डीएलएफ अधिक बेतर स्थिति में है। ये चार वजह हैं- हायरऑपरेटिंग कैश फ्लो जेनेरेशन, ग्रोथ के लिए नई जमीन पर कम खर्च, मजबूत और बढ़ता हुआ रेंटल पोर्टफोलियो और नेट कैश बैलेंस शीट।


कैसी है कारोबारी सेहत?

डीएलएफ के लिए पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की आखिरी तिमाही धमाकेदार रही। जनवरी-मार्च 2025 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर ₹920.7 करोड़ से 36.3% उछलकर ₹6.98 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू भी ₹2,134.8 करोड़ से 46.5% उछलकर ₹3,127.6 करोड़ पर पहुंच गया था। ऑपरेटिंग लेवल पर बात करें तो इस दौरान कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट 29.7% उछलकर ₹754.3 करोड़ से ₹978.1 करोड़ पर पहुंच गया लेकिन मार्जिन ₹35.3% से गिरकर 31.3% पर आ गया। नतीजे के साथ-साथ कंपनी ने डिविडेंड का भी ऐलान किया था। कंपनी के बोर्ड ने ₹2 की फेस वैल्यू हर शेयर पर ₹6 के फाइनल डिविडेंड को मंजूरी दी।

अब शेयरों की बात करें तो पिछले साल 26 सितंबर 2024 को इसके शेयर ₹928.70 के भाव पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। हालांकि शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से करीब सात महीने में यह 35.26% फिसलकर 7 अप्रैल 2025 को यह ₹601.20 के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। निचले स्तर से भाव में रिकवरी हो रही है। आगे की बात करें तो इसे कवर करने वाले 24 एनालिस्ट्स में से 22 ने खरीदारी और दो ने होल्ड रेटिंग दी है।

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