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सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए IPO में निवेश ना करें, फिनफ्लूएंसर्स की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें - SEBI चेयरमैन तुहिन कांता पांडे

तुहिन कांता पांडे ने कहा कि वे पिछले कदमों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। भारतीय मार्केट के विकास में SEBI की बड़ी भूमिका है। SEBI के पहले के कदमों को और आगे बढ़ाएंगे। निवेशक और कंपनियों दोनों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। देश की प्रगति में बाजार की भूमिका बढ़ाने की कोशिश जारी रहेगी

MoneyControl Newsअपडेटेड Apr 30, 2025 पर 7:29 PM
सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए IPO में निवेश ना करें, फिनफ्लूएंसर्स की सलाह पर आंख मूंदकर भरोसा ना करें - SEBI चेयरमैन तुहिन कांता पांडे
सेबी चेयरमैन ने कहा कि SEBI निवेशकों को सतर्क कर रहा है। SEBI का काम निवेशकों को शिक्षा देना भी है। ओपिनियन ट्रेडिंग पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है। दूसरी संस्थाएं भी एक्शन ले सकती हैं

SEBI चेयरमैन तुहिन कांता पांडे (Tuhin Kanta Pandey) ने सीएनबीसी-आवाज़ को दिए गए अपने मेगा एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में एक्सपायरी को लेकर एक्सचेंजों की लड़ाई, RA और IA की शिकायतों के मुद्दों। NSE के IPO, FIIs निवेश बढ़ाने के फॉर्म्यूले जैसे विषयों पर बेबाक बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने कहा कि उनको चुनौतियों का सामना करने की आदत रही है। वे फाइनेंशियल मार्केट से भी जुड़े रहे हैं।

SEBI चेयरमैन के तौर पर उनकी प्राथमिकता निवेशकों की सुरक्षा,मार्केट डेवलपमेंट और मार्केट रेगुलेशन पर फोकस करना है। उन्होंने आगे कहा कि वे संतुलित और ऑप्टिमम रेगुलेशन पर फोकस कर रहे हैं। उनका रिस्क और कॉस्ट ऑफ कंप्लायंस कम करने पर जोर है। भारतीय कैपिटल मार्केट के विकास में बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं।

6 महीने में क्या ओवर रेगुलेशन हुआ?

क्या 6 महीने में क्या ओवर रेगुलेशन हुआ है? इस सवाल का जवाब देते हुए तुहिन कांता पांडे ने कहा कि वे पिछले कदमों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। भारतीय मार्केट के विकास में SEBI की बड़ी भूमिका है। SEBI के पहले के कदमों को और आगे बढ़ाएंगे। निवेशक और कंपनियों दोनों के हितों का ध्यान रखा जाएगा। देश की प्रगति में बाजार की भूमिका बढ़ाने की कोशिश जारी रहेगी।

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