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ज्यादा रिटर्न वाले शेयर की तलाश में हैं? इस फार्मा कंपनी का शेयर आपको कर सकता है मालामाल

Fermenta Biotech विटामिन D3 एपीआई वाली दुनिया की चुनिंदा कंपनियों में शामिल है। चीन की कुछ कंपनियों के अलावा यूरोप की DSM विटामिन डी3 की बड़ी उत्पादक है

अपडेटेड Sep 02, 2022 पर 2:20 PM
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Fermenta Biotech अकेली कंपनी है जो इंजेमैटिक प्रोसेस के जरिए कोविड की दवा Molnupiravir बनाने के लिए टेक्नोलॉजी ऑफर करती है।

Fermenta Biotech Share Price : शेयर बाजार ने जून के अपने निचले स्तर से तेजी दिखाई है। हालांकि, जैक्सन होल सिंपोजियम के बाद यह साफ हो गया है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट बढ़ाने का सिलसिला जारी रखेगा। उधर, यूरोप और चीन में डिमांड में सुस्ती की आशंका बढ़ रही है। इस बीच, ज्यादातर शेयरों की वैल्यूएशन लंबी अवधि के औसत के मुकाबले 10-20 फीसदी ज्यादा हैं। इसका मतलब है कि निवेशक के लिए सेलेक्टिव एप्रोच अपनाना जरूरी है।

Fermenta Biotech के शेयरों में निवेश का मौका नजर आ रहा है। यह विटामिन D3 एपीआई वाली दुनिया की चुनिंदा कंपनियों में शामिल है। चीन की कुछ कंपनियों के अलावा यूरोप की DSM विटामिन डी3 की बड़ी उत्पादक है। जून तिमाही में ह्यूमन विटामिन डी3 की वॉल्यूम में कमी आई है। इससे संकेत मिलता है कि इसका मांग सामान्य स्तर पर आ रही है। हालांकि ह्यूमन विटामिन डी3 की डिमांड कोरोना से पहले के स्तर से ज्यादा रहने की उम्मीद है। इसकी वजह यह है कि इम्यूनिटी बढ़ाने और सांस संबंधी दिक्कतों में विटामिन डी3 के इस्तेमाल से फायदा देखने को मिला है।

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कंपनी के मैनेजमेंट का मानना है कि ट्रैवल और हॉस्पिटलिटी बिजनेस के रफ्तार पकड़ने से मीट का कंजम्प्शन बढ़ेगा। इससे एनिमल फीड विटामिन डी3 की मांग बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2019-20 में कुल बिक्री में एनिमल फीड विटामिन डी3 की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी थी। यह वित्त वर्ष 2021-22 में घटकर 19 फीसदी रह गई। बायोप्रोडक्ट लैनोलिन (Lanolin) के कमर्शियलाइजेशन से भी कंपनी को फायदा होगा। कंपनी लैनोलिन प्रोडक्ट्स के कस्टमर सैटिसफैक्शन पर काम कर रही है। अगले वित्त वर्ष के अंत तक इसका कमर्शियलाइजेशन शुरू हो जाने की उम्मीद है।

कंपनी फिलहाल नए प्रोडक्ट्स के उत्पादन के लिए अपने मौजूदा संयंत्रों की क्षमता का पूरा इस्तेमाल कर रही है। इस वजह से सायखा (Saykha) में ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट में देर हुई है। कंपनी कुल्लू में कस्टमाइज्ड विटामिन प्रीमिक्सेज के लिए अपने पुराने संयंत्र की क्षमता बढ़ा रही है। इसके अलावा कंपनी दाहेज में विटामिन के और वेगन (vegan) का भी उत्पादन करेगी। इन उत्पादों की मैन्युफैक्चरिंग शुरू हो जाने के बाद कंपनी सायखा प्रोजेक्ट पर फोकस करेगी।

Fermenta Biotech अकेली कंपनी है जो इंजेमैटिक प्रोसेस के जरिए कोविड की दवा Molnupiravir बनाने के लिए टेक्नोलॉजी ऑफर करती है। कंपनी ने इसके लिए डॉ. रेड्डीज के साथ समझौता किया है। हालांकि, मोलनुपिरावीर की डिमांग घटी है, लेकिन इससे बायोटेक सॉल्यूशं में कंपनी की ताकत साबित हुई है।

कंपनी रियल एस्टेट पार्सल्स के मॉनेटाइजेशन प्रोसेस को भी आगे बढ़ाने पर काम कर रही है। थाणे में अपनी लैंड पार्सल्स के लिए इसने मेक्सटेक के साथ एक समझौता किया है। इसके तहत इस लैंड पर रेजिडेंशियल-कम-कमर्शियल बिल्डिंग्स बनाई जाएंगी। यह प्रोजेक्ट छह साल में पूरा होगा और रेवेन्यू जेनरेशन धीरे-धीरे बढ़ेगा। लेकिन, इससे कंपनी के लिए अपनी जमीनों के इस्तेमाल का रास्ता साफ होगा। इससे कंपनियों के शेयरधारकों का भी भरोसा बढ़ेगा।

अगल वैल्यूएशन की बात की जाए तो अभी Fermenta Biotech के शेयरों में वित्त वर्ष 2023-24 के अनुमानित EV/Ebitda के 6.6 गुना पर कारोबार हो रहा है। लिमिटेड सोर्सिंग रिस्क को देखते हुए यह बहुत अट्रैक्टिव लगता है। कंपनी का वर्टिकल बिजनेस मॉडल भी ठोस लगता है। शुक्रवार (2 सितंबर) को Fermenta Biotech का शेयर दोपहर में 10 फीसदी की तेजी के साथ 202 रुपये पर चल रहा था।

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