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ट्रंप के पेटेंटेड दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का इंडियन फार्मा कंपनियों पर कितना असर पड़ेगा?

अमेरिकी सरकार के फैसले में कहा गया है कि अगर कोई विदेशी कंपनी अमेरिका में दवाइयां बनाती है या वह अमेरिका में दवाइयां बनाने के लिए प्लांट लगा रही है तो उसे इस टैरिफ से छूट मिलेगी

Edited By: Rakesh Ranjanअपडेटेड Sep 26, 2025 पर 3:48 PM
ट्रंप के पेटेंटेड दवाओं पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने का इंडियन फार्मा कंपनियों पर कितना असर पड़ेगा?
ट्रंप का मकसद दुनिया की बड़ी फार्मा कंपनियों को अमेरिका में उत्पादन के लिए प्रोत्साहित करना है। खासकर उन कंपनियों को जो अमेरिका को ज्यादा एक्सपोर्ट करती हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब फॉर्मा सेक्टर पर 100 फीसदी टैरिफ लगा दिया है। यह 1 अक्टूबर से लागू हो जाएगा। यह टैरिफ अमेरिका में आयात होने वाली ब्रांडेड और पेटेंटेड दवाइयों पर लागू होगा। अमेरिकी सरकार के फैसले में कहा गया है कि अगर कोई विदेशी कंपनी अमेरिका में दवाइयां बनाती है या वह अमेरिका में दवाइयां बनाने के लिए प्लांट लगा रही है तो उसे इस टैरिफ से छूट मिलेगी। इस फैसले का ज्यादा असर उन देशों पर पड़ेगा जहां की फार्मा कंपनियां अमेरिका को दवाओं का ज्यादा एक्सपोर्ट करती हैं। इनमें आयरलैंड, जर्मनी और स्विट्जरलैंड शामिल हैं।

इंडियन फार्मा कंपनियों पर ज्यादा असर नहीं

Indian Pharma Companies पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसकी वजह यह है कि इंडियन फार्मा कंपनियां अमेरिका को ज्यादातर जेनरिक दवाओं का एक्सपोर्ट करती हैं। जेनरिक दवाओं का मतलब ऐसी दवाओं से है, जिन पर पेंटेंट नहीं होता है। एक अनुमान के मुताबिक, भारत से अमेरिका एक्सपोर्ट होने वाली दवाइओं में जेनरकि दवाओं की 95 फीसदी हिस्सेदारी है। इसलिए फिलहाल सन फार्मा, डॉ रेड्डीज, सिप्ला जैसी बड़ी फार्मा कंपनियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

फार्मा पर 100 फीसदी टैरिफ लगाने की वजह

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