सरकारी कंपनी ड्रेजिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DCIL) के शेयरहोल्डर्स के लिए 3 नवंबर काफी शानदार रहा। BSE पर शेयर की कीमत 20 प्रतिशत उछली और 888.95 रुपये पर अपर सर्किट लग गया। कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि उसने 16 कंपनियों के साथ 17645 करोड़ रुपये के 22 समझौते किए हैं। Mou मुंबई में हाल ही में हुए इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 ईवेंट में साइन किए गए।
DCIL चार प्रमुख बंदरगाहों- विशाखापटनम पोर्ट अथॉरिटी, पारादीप पोर्ट अथॉरिटी, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी और दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी के एक समूह के तहत काम करती है। यह मिनिस्ट्री ऑफ पोर्ट्स, शिपिंग एंड वॉटरवेज के तहत आती है। इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DCIL के आधुनिकीकरण के लिए 4000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी।
ये समझौते जिन 16 ऑर्गेनाइजेशंस के साथ किए गए हैं, उनमें विशाखापटनम पोर्ट, पारादीप पोर्ट, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट, दीनदयाल पोर्ट, श्याम प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, कोचीन पोर्ट, चेन्नई पोर्ट, मुंबई पोर्ट, कोचीन शिपयार्ड; NMDC, अबूधाबी; BEML, IHC, नेशनल टेक्नोलॉजी सेंटर फॉर पोर्ट्स, वॉटरवेज एंड कोस्ट्स (NTCPWC), इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और एचएसएल शामिल हैं।
एक सप्ताह में 40 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा Dredging Corp शेयर
ड्रेजिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में सितंबर 2025 के आखिर तक सरकार के पास 73.47 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। शेयर एक सप्ताह में 43 प्रतिशत मजबूत हुआ है। शेयर का BSE पर 52 सप्ताह का उच्च स्तर 1,079.95 रुपये और निचला स्तर 494.75 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 2500 करोड़ रुपये के करीब है। कंपनी का अप्रैल-जून 2025 तिमाही में स्टैंडअलोन रेवेन्यू 242.25 करोड़ रुपये रहा। वित्त वर्ष 2025 में रेवेन्यू 1,142.14 करोड़ रुपये था।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।