EMA Partners IPO Listing: ईएमए पार्टनर्स के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में प्रीमियम एंट्री हुई लेकिन फिर मुनाफावसूली के दबाव में यह फिसल गया। इसके आईपीओ को जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 221 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 124 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 156.50 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 26.21% का लिस्टिंग गेन (EMA Partners Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह 148.70 रुपये (EMA Partners Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ है यानी कि पहले कारोबारी की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 19.92 फीसदी मुनाफे में हैं।
EMA Partners IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
ईएमए पार्टनर्स का ₹76.01 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 17-21 जनवरी तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 221.06 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 147.69 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 444.08 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 167.35 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 66.14 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा 5 रुपये की फेस वैल्यू वाले 7.96 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी और सब्सिडरीज में लीडरशिप टीम बढ़ाने और मौजूदा आईटी इंफ्रा को अपग्रेड करने, कर्ज चुकाने, अधिग्रहण और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में होगा।
वर्ष 2003 में बनी ईएमए पार्टनर्स एक एग्जेक्यूटिव सर्च कंपनी है जो हायरिंग से जुड़ी सर्विसेज ऑफर करती है। इसकी दो सर्विसेज हैं- एग्जेक्यूटिव सर्च और लीडरशिप एडवायजरी। इसका मुख्यालय मुंबई में है और एक सब्सिडरीज सिंगापुर और दो सब्सिडियरीज दुबई में हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 11.27 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में गिरकर 3.07 करोड़ रुपये पर आ गया लेकिन अगले वित्त वर्ष 2024 में यह रिकवर होकर 38.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू में भी उठा-पटक दिखी और वित्त वर्ष 2022 में 57.87 करोड़ रुपये से गिरकर वित्त वर्ष 2023 में यह 51.06 करोड़ रुपये पर आ गया जोकि फिर वित्त वर्ष 2024 में 68.83 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-जुलाई 2024 में इसे 4.37 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 26.33 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।