Market views : 21 जनवरी को सभी सेक्टरों में बिकवाली के बीच भारतीय बेंचमार्क सूचकांक कमजोर रुख के साथ बंद हुए। निफ्टी आज 23,000 के आसपास रहा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 1,235.08 अंक या 1.60 फीसदी की गिरावट के साथ 75,838.36 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं, निफ्टी 320.10 अंक या 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ 23,024.65 पर बंद हुआ है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर का कहना है कि घरेलू बाजार में आज काफी गिरावट देखने को मिली। बाजार में वोलैटिलिटी बढ़ गई। डोनॉल्ड ट्रंप ने अपने शपथ ग्रहण के दिन पड़ोसी देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा की। इससे ग्लोबल बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई। तीसरी तिमाही के नतीजों में कमजोर रिकवरी के साथ ही रुपये में गिरावट के चलते एफआईआई की तरफ से बिकवाली बढ़ने की संभावना दिख रही है।
बेंचमार्क इंडेक्सों की तुलना में मिड और स्मॉल-कैप शेयरों का प्रदर्शन कमजोर रहा। कमजोर प्री-रिजल्ट अपडेट के कारण रियल्टी सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। जबकि बैंकों को असेट क्वालिटी में तनाव के कारण नुकसान उठाना पड़ा। इसके अलावा, बैंक ऑफ जापान द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद से मार्केट सेंटीमेंट खराब हो रहा है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सिद्धार्थ खेमका का कहना है कि एफआईआई की लगातार हो रही बिकवाली,ट्रंप की टैरिफ नीतियों को लेकर अनिश्चितता और कई कंपनियों के उम्मीद से कमज़ोर तिमाही नतीजों के कारण निफ्टी में भारी गिरावट आई और यह 320 अंक गिरकर 23,025 के स्तर (-1.4 फीसदी) पर बंद हुआ। ब्रॉडर मार्केट में भी बिकवाली का भारी दबाव देखा गया। निफ्टी मिडकैप 100 और स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई।
सोमवार को एफआईआई ने 4,337 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। जनवरी में अब तक एफआईआई ने 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है। डोनाल्ड ट्रंप की ब्रिक्स देशों को निशाना बनाते हुए कहा है कि ग्लोबल ट्रेड में अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने वाले देशों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएंगे। उनके इस ऐलान से भारतीय बाजार पर दबाव बना। ग्लोबल मार्केट शुक्रवार को बैंक ऑफ जापान (BOJ) द्वारा ब्याज दरों में बढ़त की आशंका से भी भयभीत है। ऐसा होने पर ग्लोबल स्तर पर उधार लेने की लागत पर प्रभाव पड़ सकता है।
उम्मीद है कि मिलेजुले तिमाही नतीजों और भारी एफपीआई बिकवाली के बीच निकट भविष्य में बाजार दबाव में रहेगा। निवेशक एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, बीपीसीएल जैसे दिग्गज कंपनियों के कल घोषित होने वाले तीसरी तिमाही के नतीजों पर नज़र रखेंगे। मिडकैप आईटी स्टॉक्स पर भी नज़र रहेगी क्योंकि कोफोर्ज और पर्सिस्टेंट सिस्टम भी कल अपने नतीजे घोषित करेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि मंगलवार को बाजार में उतार-चढ़ाव भरा कारोबार देखने को मिला। यह गिरावट एक संक्षिप्त कंसोलीडेशन फेज के बाद निगेटिव ट्रेंड की बहाली का संकेत है। निफ्टी अब 22,700 के स्तर की ओर गिरता दिख सकता है। एफआईआई द्वारा हो रही लगातार बिकवाली और नतीजों के मौसम की सुस्त शुरुआत मार्केट सेंटीमेंट को कमजोर करने वाले प्रमुख कारक हैं। इसके अलावा, वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX में हाल ही में हुई बढ़त मौजूदा सतर्क रुख को और मजबूत कर रही है। इन स्थितियों को देखते हुए मजबूत रिस्क मैनेजमेंट के साथ निफ्टी में "उछाल पर बिकवाली" की रणनीति अपनाने की सलाह होगी।
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