Stock market : भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स 27 दिसंबर को बढ़त के साथ बंद हुए। निफ्टी 23800 से ऊपर बंद होने में कमयाब रहा था। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 226.59 अंक या 0.29 फीसदी बढ़कर 78,699.07 पर और निफ्टी 63.20 अंक या 0.27 फीसदी बढ़कर 23,813.40 पर बंद हुआ था। वीकली बेसिस पर देखें तो कम वॉल्यूम वाले सप्ताह में बाजार ने सकारात्मक रिटर्न दिया था और निफ्टी 1 फीसदी बढ़कर बंद हुआ था। ऑटो और फार्मा में खरीदारी देखने को मिली थी। जबकि मोटल में सबसे ज्यादा गिरावट रही थी। सेंसेक्स,निफ्टी और निफ्टी बैंक में 1-1 फीसदी की बढ़त हुई थी। वहीं, मिडकैप इंडेक्स सपाट रहा था।
बाजार की आगे की दशा और दिशा पर बात करते हुए एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी ने कहा कि 27 दिसंबर को डेली चार्ट पर अपर शैडो के साथ एक स्मॉल ग्रीन कैंडल बनी। तकनीकी रूप से, यह पैटर्न कमजोरी साथ छोटी रेंज के ऊपर की ओर ब्रेकआउट के प्रयास की ओर संकेत करता है। यह एक अच्छा संकेत नहीं है। 19 दिसंबर का शुरुआती डाउनसाइड गैप अपने फॉर्मेशन के छह कारोबारी सत्रों के बाद भी बरकरार है। इस तरह के डाउन गैप को एक मंदी वाला रनवे गैप माना जा सकता है, जो आमतौर पर डाउन ट्रेंड के बीच में बनता है।
ऐसे में हम कह सकते हैं कि निफ्टी का शॉर्ट टर्म ट्रेंड थोड़ा पॉजिटिव है और इसमें रेंज बाउंड एक्शन देखने को मिल सकता है। अगले हफ्ते तक बाजार को 24000-24200 के आसपास तत्काल रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है। इस रजिस्टेंस तक आने वाले किसी उछाल में बिकवाली की रणनीति अच्छी साबित होगी। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट 23650 पर है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजारों को ऊपर की ओर रजिस्टेंस का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इंडेक्स पर निगेटिव नजरिया मजबूत हो रहा है। हालांकि, फार्मा और हेल्थकेयर जैसे डिफेंसिव सेक्टरों में अच्छी मजबूती के साथ-साथ दूसरे सक्टरों के चुनिंदा दिग्गजों में उछाल को देखते हए कई स्टॉक दोनों तरफ के मौके पेश कर रहे हैं। हमें स्टॉक-स्पेसिफिक बने रहने और सेल और बॉय दोनों तरफ मौके खोजने पर फोकस करने की रणनीति अपनानी चाहिए।
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