F&O Manual: 1 जून को अब तक बाजार सीमित दायरे में बना हुआ है। यहां तक कि अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने 31.4 ट्रिलियन डॉलर की ऋण सीमा को निलंबित करने के लिए एक बिल पारित कर दिया है। इस बिल को अब आगे की मंजूरी के लिए सीनेट के पास भेजा जाएगा। फिलहाल निफ्टी 14.30 अंक यानी 0.08 फीसदी की कमजोरी के साथ 18511 के स्तर पर दिख रहा है। वहीं बैंक निफ्टी 0.40 फीसदी की गिरावट के साथ 43950 के स्तर पर दिख रहा है।
क्या कहते हैं ऑप्शन के आंकड़े
वीकली ऑप्शन डेटा पर नजर डालें तो 18600 पर सबसे ज्यादा कॉल राइटिंग देखने को मिली है। इसका मतलब ये है कि अब निफ्टी के लिए 18600 पर सबसे बड़ा रजिस्टेंस है। वहीं, 18500 पर इसके लिए सबसे बड़ा सपोर्ट है। 18550 पर स्ट्रैडल ट्रेड देखने को मिला है। स्ट्रैडल ट्रेड को एक न्यूट्रल स्ट्रैटजी माना जाता है। अगले हफ्ते के कॉन्ट्रैक्टस में स्थिति काफी हद तक ऐसी ही है। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों एक छोटे दायरे में ही कारोबार होता दिखेगा।
हालांकि इसके बावजूज ट्रेडर्स इस बात का भरोसा जता रहे हैं कि इस मंथली सीरीज के दौरान निफ्टी के अपने ऑलटाइम हाई पर पहुंचने की संभावना है। बेंगलुरु के एक डेरिवेटिव ट्रेडर राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि इंट्राडे के लिए बाजार में शॉर्ट करने की सलाह नहीं दी सकती।
मेहता इक्विटीज के प्रशांत तापसे का कहना है कि निफ्टी में तेजी आने की पुष्टि तभी होती है जब ये 18663 के ऊपर जाता दिखेगा। निफ्टी के लिए 18327 का स्तर मेक-या-ब्रेक लेवल है। अगर निफ्टी इस लेवल से ऊपर जाता है तो फिर इसमें और तेजी आएगी। वहीं, अगर ये इस लेवल से नीचे फिसलता है तो फिर गिरावट और बढ़ती दिखेगी। वहीं, बैंक निफ्टी के लिए 43721 पर सपोर्ट है।
रियल्टी शेयर आज दिन के टॉप गेनर
रियल्टी शेयर आज दिन के टॉप गेनर रहे। रियल्टी बाद फार्मा और पीएसयू बैंक का स्थान रहा। इनमें भी अच्छी तेजी देखने को मिली है। अलग-अलग शेयरों पर नजर डालें ट्रेडर्स फार्मा और हेल्थकेयर में अपोलो हॉस्पिटल्स, लौरस लैब्स और डिविज लैब्स पर में भारी मात्रा में तेजी के सौदे हुए हैं। आरबीएल बैंक में भी भारी लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला है।
दूसरी तरफ कोल इंडिया पर दबाव बना रहा और ट्रेडरों ने शॉर्ट पोजीशन बनाई। सिटी गैस सप्लायर्स इंद्रप्रस्थ गैस और गुजरात गैस में भी शॉर्ट बिल्ड अप देखा गया, जो एक नकारात्मक संकेत है।
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