Adani News: हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट 24 जनवरी को आई थी। उसके बाद से अदाणी ग्रुप की कंपनियों की मार्केट वैल्यू में से 10 लाख करोड़ रुपए साफ हो चुके हैं। खबर है कि अदाणी ग्रुप फिलहाल बॉन्ड जारी करके फंड जुटाने की तैयारी में है। अदाणी ग्रुप अपनी कम से कम तीन कंपनियों के लिए बॉन्ड्स लाने की योजना पर विचार कर रहा है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, अदाणी ग्रुप अपनी योजना पर आगे बढ़ता है और इनवेस्टर्स को खींचने में कामयाब रहता है तो यह शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) की रिपोर्ट जारी होने के बाद अदाणी ग्रुप का पहला डेट इश्यू होगा। हिंडनबर्ग ने पिछले महीने जारी अपनी रिपोर्ट में अदाणी ग्रुप पर फ्रॉड और शेयर प्राइस में हेराफेरी के आरोप लगाए थे।
1.5 अरब डॉलर जुटाने की है योजना
सूत्रों ने कहा कि इस पर बीते साल विचार शुरू किया गया था। इसके जरिये अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन और अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के लिए 1.5 अरब डॉलर जुटाने की योजना है। इसके साथ ही ये कंपनियां 20 साल की अवधि के लिए बॉन्ड्स की पेशकश पर विचार करेंगी। इसमें पहली डील अप्रैल-मई में करने का लक्ष्य है।
महंगी हो सकती है डेट फाइनेंसिंग की कॉस्ट
Adani Group एक समय डॉलर बॉन्ड इश्यू करने वाला भारत का सबसे बड़ा सोर्स था, लेकिन हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद कुछ इनवेस्टर्स और एनालिस्ट्स की चिंताएं बढ़ गई हैं। ऐसे में नई बॉन्ड डील्स के लिए डेट फाइनेंसिंग की कॉस्ट ज्यादा महंगी हो सकती है। प्राइवेट प्लेस्ड बॉन्ड डील्स के बारे में पूछने पर अदाणी ग्रुप के स्पोक्सपर्सन ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद शुरू हुई बिकवाली की चलते अदाणी डॉलर नोट्स (Adani dollar notes) को कुछ नुकसान हुआ, जिनमें से कई 70 सेंट की रेंज में ट्रेड हो रहे हैं। हालांकि, गोल्डमैन सैक्स ग्रुप इंक और जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी सहित कई बैंकों ने अपने क्लाइंट्स से कहा कि अदाणी के बिजनेस एम्पायर से संबंधित बॉन्ड ने कुछ एसेट्स की मजबूती के कारण वैल्यू की पेशकश करते हैं। इसके बाद डॉलर नोटस में वापसी देखने को मिली है।