बाजार की आगे की चाल और दिशा पर सीएनबीसी -आवाज से बात करते हुए Enam Holdings के मनीष चोखानी का कहना है कि बर्लिन की दीवार गिरने के बाद दुनिया बदली थी। 1989 के बाद ग्लोबलाइजेशन का दौर आया था। अब दुनिया नई व्यवस्था की तरफ बढ़ रही है। ग्लोबलाइजेशन की जगह आत्मनिर्भरता पर जोर दिया जा रहा है। कोविड के बाद आत्मनिर्भरता पर फोकस बढ़ा है। भारत की बचत की परंपरा से इकोनॉमी को सपोर्ट मिला ।