Greenleaf Envirotech IPO Listing: गंदे पानी और फायर सेफ्टी से जुड़ी सर्विसेज ऑफर करने वाली ग्रीनलीफ एंवायरोटेक के शेयरों की आज NSE SME पर फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹136 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹134.90 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि लिस्टिंग पर 0.81% पूंजी ही घट गई।। आईपीओ निवेशकों को और झटका तब लगा, जब शेयर और नीचे आए। टूटकर यह ₹128.15 (Greenleaf Envirotech Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया। निचले स्तर पर रिकवरी के साथ यह ₹130.10 पर बंद हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 4.34% घाटे में हैं।
Greenleaf Envirotech IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
ग्रीनलीफ एंवायरोटेक का ₹21.90 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 30 सितंबर से 6 अक्टूबर तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 3.84 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 4.16 गुना और खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित बाकी आधा हिस्सा 3.52 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹17.81 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 3 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹1.86 करोड़ सिविल मशीन और इक्विपमेंट्स की खरीदारी, ₹35 लाख लैब इक्विपमेंट्स की खरीदारी, ₹1.35 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹9.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Greenleaf Envirotech के बारे में
ग्रीनलीफ एंवायरोटेक वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट्स के लिए EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्यूरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन) और टर्न्की सॉल्यूशंस मुहैया कराती है। इसका फोकस सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स और एफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (ETPs) पर है। यह फायर सेफ्टी सर्विसेज भी ऑफर करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹97 लाख का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹2.28 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 बढ़कर ₹4.70 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 21% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹39.08 करोड़ पर पहुंच गई।
इस दौरान कंपनी पर कर्ज वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹6.12 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹5.13 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹2.49 करोड़ पर आ गई। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में यह ₹1.12 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹3.09 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹7.79 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।