Q2 में HDFC Bank की लोन ग्रोथ आ जाएगी 10% के नीचे? इस कारण Macquarie ने कहा ऐसा

HDFC Bank Share Price: एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का पिछले साल 1 जुलाई 2023 को विलय पूरा हुआ था। ऐसे में अब इस तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2024 के नतीजे जब एचडीएफसी बैंक जारी करेगा तो यह पहली बार होगा, जब इसके आंकड़ों की तुलना पिछले साल की समान तिमाही से की जा सकेगी। मैक्वायरी का मानना है कि इसकी लोन ग्रोथ 10 फीसदी से नीचे गिर सकती है, जानिए ऐसा क्यों?

अपडेटेड Sep 26, 2024 पर 4:54 PM
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मैक्वायरी का कहना है कि बेस इफेक्ट के साथ-साथ लोन एसेट्स की बिक्री के चलते HDFC Bank के लोन की ग्रोथ सालाना आधार पर 10 फीसदी के नीचे गिर सकती है।

HDFC Bank Share Price: प्राइवेट सेक्टर में देश के सबसे लेंडर एचडीएफसी बैंक को सितंबर तिमाही में झटका लग सकता है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मैक्वायरी का मानना है कि इसकी लोन ग्रोथ जुलाई-सितंबर 2024 में सालाना आधार पर 10 फीसदी के नीचे आ सकती है। इस आंकड़े पर इसलिए भी मार्केट की नजर रहेगी क्योंकि एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय के बाद यह पहली बार होगा, जब एचडीएफसी बैंक के आंकड़ों की सालाना आधार पर तुलना हो सकेगी। हालांकि गुरुवार 26 सितंबर की तारीख में अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज ने इसके आउटपरफॉर्म रेटिंग को कायम रखा है और 1900 रुपये का टारगेट प्राइस फिक्स किया हुआ है।

आज की बात करें तो इसके शेयर BSE पर 0.19 फीसदी की बढ़त के साथ फिलहाल 1782.30 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। इंट्रा-डे में यह 1787.80 रुपये के भाव तक पहुंचा था जो इसके शेयरों के लिए 3 जुलाई 2024 के 1791.90 रुपये के रिकॉर्ड हाई के काफी करीब है। 14 फरवरी 2024 को यह एक साल के निचले स्तर 1363.45 रुपये पर आ गया था।

आखिर क्यों कम रहेगी HDFC Bank की लोन ग्रोथ?


मैक्वायरी का कहना है कि बेस इफेक्ट के साथ-साथ लोन एसेट्स की बिक्री के चलते इसके लोन की ग्रोथ सालाना आधार पर 10 फीसदी के नीचे गिर सकती है। हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि एचडीएफसी बैंक 60 हजार करोड़-70 हजार करोड़ रुपये के लोन बेचने की योजना बना रहा है। इसके अलावा बैंक को लोन-टू-डिपॉजिट रेश्यो (LDR) को कम करने और मार्जिन पर फोकस करने का दबाव भी हो सकता है। ब्रोकरेज का मानना है कि एचडीएफसी बैंक का नेट इंटेरेस्ट मार्जिन (NIMs) तिमाही आधार पर 0.05 फीसदी सुधर सकता है जबकि बाकी बैंकों के नेट इंटेरेस्ट मार्जिन में या तो गिरावट दिख सकती है या फ्लैट रह सकता है।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एचडीएफसी बैंक की योजना लोन एसेट्स को बेचने की है और नोमुरा का कहना है कि इससे एलडीआर रिजॉल्यूशन को तेजी मिलेगी लेकिन मीडियम टर्म में बैंक के EPS और RoE (रिटर्न ऑन इक्विटी) पर असर दिख सकता है। इसके चलते ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2026-27 के लिए इसके EPS के अनुमान ने 2 फीसदी की कटौती कर दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि उसकी नजर इस बात पर रहेगी कि जब बैंकिंग सिस्टम हाई एलडीआर से जूझ रहा है, ऐसे समय में लोन की अधिक बिक्री को यह कितना सह पाएगा।

बाकी ब्रोकरेज फर्मों की क्या है राय?

एचडीएफसी बैंक को कवर करने वाले 47 एनालिस्ट्स में से किसी ने भी इसे सेल रेटिंग नहीं दी है। वहीं 38 ने इसे खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है तो 9 ने होल्ड की रेटिंग दी है।

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