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ICICI Bank ने कभी की थी एचडीएफसी के अधिग्रहण की कोशिश, दिग्गज पूर्व बैंकर दीपक पारेख का बड़ा खुलासा

एचडीएफसी के पूर्व चैयरमैन दीपक पारेख ने कहा है कि उन्होंने एचडीएफसी के अधिग्रहण का ICICI Bank का ऑफर ठुकरा दिया था। उनका मानना था कि ऐसा करना न तो उनके लिए न ही एचडीएफसी के लिए और दूसरे लोगों के लिए अच्छा होता

अपडेटेड Jun 21, 2025 पर 6:23 PM
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एचडीएफसी का विलय होने के बाद एचडीएफसी बैंक प्राइवेट सेक्टर का देश का सबसे बड़ा बैंक बन गया है।

एचडीएफसी के पूर्व चैयरमैन दीपक पारेख ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा है कि आईसीआईसीआई बैंक ने एक बार एचडीएफसी के अधिग्रहण की कोशिश की थी। लेकिन, उसका प्रस्ताव खारिज हो गया। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ चंदा कोचर के साथ बातचीत में उन्होंने इस बारे में बताया है। यह बातचीत यूट्यूब पर रिलीज हुई है। उन्होंने कोचर से कहा कि मुझे याद है कि आपने मुझसे एक बार बात की थी।

पारेख ने बताया था उनसे क्या कहा गया था

पारेख ने कहा, "मुझे याद है आपने एक बार मुझसे बातचीत की थी...आपने कहा था कि आईसीआईसीआई ने एचडीएफसी को शुरू किया। आप वापस क्यों नहीं आ जाते? यह आपका ऑफर था।" पारेख ने कहा है कि उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया था। उन्होंने अपने जवाब में कहा था, "ऐसा करना मेरे नाम और कंपनी के नाम और बाकी चीजों के लिए अच्छा नहीं होगा।" कई साल बाद HDFC Ltd का विलय HDFC Bank में करने का फैसला लिया गया। यह प्रक्रिया जुलाई 2023 में पूरी हो गई।


एचडीएफसी के विलय की असली वजह यह थी

एचडीएफसी बैंक में HDFC के विलय की वजह के बारे में बताते हुए पारेख ने कहा कि ऐसा रेगुलेटर के प्रेशर की वजह से हुआ। उन्होंने कहा, "RBI ने हम पर दबाव बताया। उसने हमें कुछ हद तक आगे कदम बढ़ाने को प्रेरित किया। उसने हमारी मदद की...हमें कोई रियायत नहीं मिली, कोई राहत नहीं, कोई अतिरिक्त समय नहीं। कुछ भी नहीं। लेकिन उसने प्रोसेस आगे बढ़ाने में मदद की और एप्रूवल दी।" उन्होंने इस विलय को संस्थान के लिए बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि देश में बड़े बैंकों के लिए यह सही समय है।

विलय के बाद एचडीएफसी देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक बना

एचडीएफसी का विलय होने के बाद एचडीएफसी बैंक प्राइवेट सेक्टर का देश का सबसे बड़ा बैंक बन गया है। यह विलय 1 जुलाई, 2023 को प्रभावी हुआ। इस विलय के बाद 44 साल बाद HDFC Ltd का नाम इतिहास का हिस्सा बन गया। यह जानना मजेदार है कि एचडीएफसी बैंक को पूर्व ICICI Ltd की मदद मिली थी। ICICI Ltd आज के आईसीआईसीआई बैंक की पेरेंट कंपनी थी। इंडिया में प्राइवेट बैंकिंग की तस्वीर बदलने में एचडीएफसी बैंक और ICICI Bank का सबसे बड़ा हाथ है।

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बीते एक साल में 18 फीसदी चढ़ा एचडीएफसी बैंक का स्टॉक

एचडीएफसी बैंक के शेयर की कीमत 20 जून को 1.44 फीसदी चढ़कर 1,963 रुपये बंद हुई। बीते एक साल में एचडीएफसी बैंक के शेयरों ने करीब 18 फीसदी रिटर्न दिया है। हालांकि, विलय के बाद से शेयरों का रिटर्न सुस्त रहा है। इस दौरान ICICI Bank का शेयर 23 फीसदी चढ़ा है।

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