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Hindenburg के आरोपों पर IIFL की सफाई, SEBI चेयरपर्सन का अदाणी की कंपनियों में कोई निवेश नहीं

रिसर्च फर्म Hindenburg का दावा है कि सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने पहली बार 5 जून 2015 को सिंगापुर में IPE प्लस फंड 1 में अपना अकाउंट खोला था। शॉर्ट-सेलर ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन के पास इन फंडों के माध्यम से अदाणी ग्रुप की एंटिटी में 'स्टेक' थी

MoneyControl Newsअपडेटेड Aug 11, 2024 पर 5:22 PM
Hindenburg के आरोपों पर IIFL की सफाई, SEBI चेयरपर्सन का अदाणी की कंपनियों में कोई निवेश नहीं
हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग (Hindenburg Research) ने अपनी नई रिपोर्ट में मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रिसर्च फर्म का दावा है कि कपल ने पहली बार 5 जून 2015 को सिंगापुर में IPE प्लस फंड 1 में अपना अकाउंट खोला था। हालांकि, अब इस मामले में एसेट और वेल्थ मैनेजमेंट फर्म 360-वन डब्ल्यूएएम (360-One WAM) ने सफाई दी है। फर्म ने आज 11 अगस्त को मार्केट रेगुलेटर सेबी की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। 360-One WAM को पहले IIFL वेल्थ मैनेजमेंट के नाम से जाना जाता था।

बता दें कि अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर ने आरोप लगाया है कि सेबी चेयरपर्सन के पास इन फंडों के माध्यम से अदाणी ग्रुप की एंटिटी में 'स्टेक' थी, जो ग्रुप के डायरेक्टर्स से जुड़े हुए हैं और इनका इस्तेमाल फंडों को निकालने के लिए किया जाता था।

360-One WAM ने सफाई में क्या कहा?

360-वन ने सफाई में कहा कि IPE-प्लस फंड 1, जिसमें पुरी बुच और उनके पति धवल बुच का निवेश था, ने फंड की पूरी अवधि के दौरान अदाणी ग्रुप के किसी भी शेयर में डायरेक्ट या इन-डायरेक्ट रूप से कोई निवेश नहीं किया। 360-वन ने अपने बयान में खुलासा किया, "इस फंड को इनवेस्टमेंट मैनेजर द्वारा डिस्क्रीशनरी फंड के रूप में मैनेज किया गया था। फंड के ऑपरेशन या निवेश निर्णयों में किसी भी निवेशक की कोई भागीदारी नहीं थी। फंड में माधबी बुच और धवल बुच की हिस्सेदारी कुल इनफ्लो का 1.5 फीसदी से भी कम थी।"

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