Hindustan Zinc OFS: अनिल अग्रवाल के वेदांता समूह की कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के OFS (Offer for Sale) को 16 अगस्त को पहले दिन जोरदार रिस्पॉन्स मिला। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पहले दिन नॉन-रिटेल निवेशकों ने 6.3 करोड़ शेयरों के लिए बोलियां लगाईं। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, 5,14,40,329 इक्विटी शेयरों की पेशकश के मुकाबले कुल 6,36,05,891 इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां मिलीं। इस तरह पेशकश को 1.23 गुना या 137.39 प्रतिशत सब्सक्रिप्शन मिला।
बोली के लिए 486 रुपये प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस के मुकाबले 494.54 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बोलियां मिलीं। हिंदुस्तान जिंक की प्रमोटर वेदांता लिमिटेड ने शुक्रवार, 16 अगस्त को नॉन-रिटेल निवेशकों को कंपनी के 5,14,40,329 इक्विटी शेयर बेचने की पेशकश की थी। वेदांता ने कहा कि वह सोमवार, 19 अगस्त को रिटेल और नॉन-रिटेल निवेशकों को इक्विटी कैपिटल के 1.95 प्रतिशत या 8,23,04,527 तक इक्विटी शेयरों की अतिरिक्त पेशकश, ओवरसब्सक्रिप्शन ऑप्शन के तौर पर करेगी।
कर्ज कम करने में मिलेगी मदद
एनालिस्ट्स के मुताबिक, Hindustan Zinc की हिस्सेदारी बिक्री वेदांता लिमिटेड और इसकी पेरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड के ऋणदाताओं और बॉन्डहोल्डर्स के लिए सकारात्मक है। कर्ज में कमी आने से वेदांता रिसोर्सेज पर ब्याज का बोझ कम हो जाएगा। इसके साथ ही, हिस्सेदारी बिक्री से वेदांता को हिंदुस्तान जिंक से भविष्य में मिलने वाले डिविडेंड में भी कमी आएगी, जो कई वर्षों से समूह की नकदी का स्रोत रहा है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि वेदांता, OFS से हासिल इनकम का इस्तेमाल अपनी बैलेंस शीट को कम करने और अपने ग्रोथ प्रोजेक्ट में निवेश करने के लिए करेगी। इसके साथ ही 8,500 करोड़ रुपये के क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट से कंपनी और समूह स्तर पर कर्ज कम करने में मदद मिलेगी। 16 अगस्त को हिंदुस्तान जिंक का शेयर बीएसई पर 9 प्रतिशत से ज्यादा टूटकर 519.95 रुपये पर बंद हुआ।
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